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Hapur News: ​निलंबित होने के बाद परेशान चल रहे लेखपाल ने खाया जहर, उपचार के दौरान मौत

By शिव मौर्या 
Updated Date

हापुड़। हापुड़ के धौलाना तहसील में तैनात निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा ने बुधवार तहसील परिसर में जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद लेखपाल को ​उपचार के​ लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार सुबह सुभाष मीणा की मौत हो गयी। वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। मंडल आयुक्त मेरठ और डीआईजी को जांच सौंपी गई है। उधर, जिले के लेखपाल इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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लेखपाल सुभाष मीणा मेरठ जिले के सरधना क्षेत्र के रहने वाले थे। बीते 3 जून को जन चौपाल के दौरान एक किसान ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था, जिसके बाद डीएम अभिषक पांडेय ने लेखपाल को निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए थे। कहा जा रहा है कि, निलंबन के बाद से लेखपाल काफी परेशान थे, जिसके कारण उन्होंने इस तरह का कदम उठाया है।

बुधवार पहुंचे थे तहसील
बताया जा रहा है कि, निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा बुधवार को घर से तहसील गए थे। इस दौरान वो काफी परेशान थे। तहसीलदार के कार्यालय पहुंचने के बाद वार्ता कर वो बाहर आए थे। कहा जा रहा है कि, इस दौरान उन्होंने कुछ जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके कारण उनकी तबीयत खराब होने लगी। इसके बाद उन्होंने आनन—फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर कई अधिकारी भी पहुंच गए। सूचना के बाद जिले के अधिकारियों के पसीने छूट गए। आनन-फानन में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं, मौके पर पहुंचे लेखपालों की मौजूद अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई। यहां तक कि लेखपाल धरने पर बैठ गए थे।

जनचौपाल के दौरान की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि, तीन जून को डीएम अभिषक पांडेय से जनचौपाल के दौरान एक किसान ने शिकायत की थी। किसान का आरोप था कि, लेखपाल ने खसरा-खतौनी की नकल देने के बदले अतिरिक्त पैसे लिए थे। डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही पीड़ितों के बयान दर्ज कराए और लेखपाल को निलंबित करने के आदेश दिए। आरोप है कि, इस शिकायत के बाद से लेखपाल काफी परेशान रहते थे। वहीं, अब शिकायतकर्ता पर मामले को निपटाने के लिए पांच लाख रुपये मांगने के आरोप लग रहे हैं।

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