आजकल लोग स्ट्रीट फूड के दीवाने हैं। चाउमिन, बर्गर मोमोज खास तौर से चाइनीज फूड। इन्हें बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। वो हेल्थ के लिए नुकसानदायक होते है। मोमोज मैदा से बनाया जाता है।
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मैदे में कई केमिकल मौजूद होते है जो पैनक्रियाज के लिए हानिकारक होता है। कई लोग मोमोज के दिवाने होते है। जो मोमोज खाये बिना रह नही पाते डेली ही खाते हैं। बहुत अधिक मोमोज खाने से पाचन से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इससे ब्लोटिंग, पेट दर्द, कब्ज और अपच जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। मोमोज में मिलाए जाने वाली कच्ची सब्जियां लंबे समय तक बिना धोए रखने से उनमें माइक्रोऑरगेनिज्म बढ़ जाता है। गर्मियों में इससे पेट में बैड बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं।
मोमोज में मोनोसोडियम ग्लूटामेट मिलती है, जो मोटापे को बढ़ा सकती है। मोमोज में कैलोरी और अनहेल्दी फैट्स पाए जाते हैं, जिससे वजन तो बढ़ता ही है, पाचन की समस्याएं भी हो सकती हैं। फ्राइड मोमोज में यूज होने वाला तेल सेहत के लिए हानिकारक है। इससे फैट का लेवल बढ़ सकता है और डायबिटीज का खतरा रहता है।
अगर कोई रोज-रोज मोमोज खाए तो उसकी आंतों में मैदा चिपकने लगता है। इसमें यूज होने वाला अजीनोमोटो, प्रिजर्वेटिवस, मसाले और बैक्टीरिया वाली सब्जियां आंत के कैंसर का खतरा पैदा करती हैं। अनहाइजीनिक तरीके से बनाई जाने वाली मोमोज की तटनी में जो रंग और मसाले इस्तेमाल होते हैं, उनसे कैंसर का रिस्क बढ़ता है।
फ्राइड मोमोज को फ्राई करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तेल शरीर में अनहेल्दी फैट्स को बढ़ा देता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। हाई सोडियम की वजह से ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है।
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ठेले पर बिकने वाला मोमोज बनाने के लिए हाइजीन का ख्याल नहीं रखा जाता है. सब्जियों को सही तरह न धोने से उनमें बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं. इसकी चटनी को पीसने और पकाने के लिए साफ-सफाई इग्नोर किया जाता है. इसके अलावा इसे तलने वाला तेल भी कई बार इस्तेमाल किया जाता है, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है।