22 May ka Itihas: हर दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज है। 22 May का दिन भी बेहद खास है। आज के ही दिन कई ऐसी अच्छी और बुरी ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुईं थीं…
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1805- गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने एक आदेश के तहत दिल्ली के मुग़ल बादशाह के लिए एक स्थायी प्रावधान की व्यवस्था की।
1972 – पाकिस्तान द्वारा राष्ट्रमंडल की सदस्यता से त्यागपत्र।
1990 – उत्तरी एवं दक्षिणी यमन के विलय के साथ संयुक्त यमन गणराज्य का अभ्युदय।
1992 – बोस्निया, स्लोवेनिया तथा क्रोएशिया सं.रा. संघ के सदस्य बने।
1996 – माइकल कैमडेसस तीसरी बार अगले पांच वर्षों तक के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का प्रबंध निदेशक चुने गये।
2001 – दलाई लामा ने तिब्बत की आज़ादी की मांग छोड़ी।
2002 – नेपाल में संसद भंग।
2003 – अल्जीरिया में आये विनाशकारी भूकम्प में दो हज़ार से भी अधिक लोग मारे गये।
2007 – गणितज्ञ श्रीनिवास वर्धन को नार्वे का अबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
2008 –
केन्द्रीय उच्च शिक्षण संस्थानो में ओबीसी छात्रों को 27% कोटा देने का आधारभूत ढाँचा खड़ा करने के लिए सरकार ने 10 हज़ार 328 करोड़ रुपये दिए। कर्नाटक विधान सभा का तीसरा व अन्तिम चरण सम्पन्न। मुंशी प्रेमचन्द की अमर कृति ‘निर्मला’ सहित हिन्दी की पाँच रचनाओं के अनुवादक वर्ष 2007 के साहित्य अकादमी पुरस्कार हेतु चुने गये। केन्द्र सरकार ने गुजरात दंगा पीड़ितों के लिए आर्थिक पैकेज देने की घोषणा की।
संयुक्त राष्ट्र संघ की 47 सदस्यीय मानवाधिकार समिति में पाकिस्तान को शामिल किया गया।
22 मई को जन्मे व्यक्ति
1959 – महबूबा मुफ़्ती जम्मू और कश्मीर की मुख्यमंत्री।
1925 – मदन लाल मधु – हिंदी और रूसी साहित्य के आधुनिक सेतु निर्माताओं में से एक।
1878 – गामा पहलवान – विश्व के एक मात्र ऐसे पहलवान थे, जिन्होंने अपने जीवन में कोई कुश्ती नहीं हारी।
1774 – राजा राममोहन राय – धार्मिक और सामाजिक विकास के क्षेत्र में राजा राममोहन राय का नाम सबसे अग्रणी है।
22 मई को हुए निधन
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2021 -रेवा प्रसाद द्विवेदी – काशी के प्रकांड विद्वान थे।
2021 – रामलक्ष्मण – हिन्दी सिनेमा जगत के प्रसिद्ध संगीतकार थे।
2012 – एफ़. ए. खोंगलाम – मेघालय के भूतपूर्व आठवें मुख्यमंत्री थे।
2011 – गोविन्द चन्द्र पाण्डे – 20वीं सदी के जानेमाने चिंतक, इतिहासवेत्ता, संस्कृतज्ञ तथा सौंदर्यशास्त्री थे।
2000 – सोहराब फिरोजशाह गोदरेज – प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी, उद्यमी और गोदरेज समूह के अध्यक्ष थे।
1991 – श्रीपाद अमृत डांगे – भारत के प्रारम्भिक कम्युनिस्ट नेताओं में से एक।
1946 – गोविन्दराम सेकसरिया – स्वतंत्रता-पूर्व भारत के सबसे सफल व्यवसायियों में से एक थे।
1545 – शेरशाह सूरी – भारत में ‘सूर साम्राज्य’ का संस्थापक और महान् योद्धा।