Home Thick Curd : भारत में दही को बहुत शुभ माना जाता है। यहां दही की लोकप्रियता इतनी है कि लोग इसे हर सीजन में लोग खाते है। गर्मियों में दही लस्सी, और कई तरह के व्यंजन और पेय पदार्थ बनाए जाते है। दही का इस्तेमाल प्रतिदिन होता है। यह दूध से बना है और प्रोटीन और स्वास्थ्य गुणों से भरपूर है। गर्मियों में एक कटोरी दही न केवल आपको तरोताजा महसूस कराता है बल्कि इस मौसम में होने वाली उमस और गर्मी से लड़ने में भी आपकी मदद करता है। घर पर दही जमाने पर अधिक से अधिक इसका लाभ उठाया जा सकता है। आइये जानते है घर कैसे गाढ़ा दही जमाया जा सकता है।
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गाढ़ा दही जमाने के लिए लिए इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि दही किस बर्तन में और किस तापमान पर जमाया जा रहा है। प्राचीन काल से ही दही जमाने और छाछ रखने के लिए मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते थे। इस बर्तन में दही बहुत अच्छे से जमती है यही वजह है कि डेयरी और होटल में दही जमाने के लिए मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल किया जाता है। मिट्टी के बर्तन में जमाइ गई दही का स्वाद बहुत अच्छा होता है। मिट्टी के बर्तन में जमी हुई दही जल्दी खट्टी नहीं होती है और आयरन, कैल्शियम और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स के गुण को भी बढ़ाता है।
कुछ खास स्टेप्स
दूध को उबाल आने तक गर्म करें। कुछ लोग इसे और गाढ़ा करने के लिए इसे धीमी आंच पर उबालते हैं।
दूध को गुनगुना होने तक ठंडा होने दें। दूध जामन डालने से पहले दूध का तापमान इतना होना चाहिए कि सहन करने लायक हो।
अब दूध को खूब फेंट लें और झाग बना लें। आप दूध को झागदार होने तक 4-5 बार एक पैन से दूसरे पैन में पलट पलट सकते हैं।
2 चम्मच दही (बड़ा चम्मच) को गुनगुने दूध में मिलाएं और अच्छी तरह से मिला लें।
अब दूध को मिट्टी के बर्तन में डालें और ढक्कन से ढक दें।
दही को किसी रूम टेंपरेचर वाले स्थान पर 5-8 घंटे के लिए जमने के लिए छोड़ दें।