Houthi rebels : यमन के हूती विद्रोहियों ने अदन की खाड़ी में कोहराम मचा रखा है। अब हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने एक अमेरिकी-इजराइली जासूसी नेटवर्क के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले उन्होंने कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 11 कर्मचारियों और सहायता संगठनों के अन्य सदस्यों को हिरासत में लिया था।
पढ़ें :- हिजबुल्लाह के बाद यमन में हूती विद्रहियों पर इजरायल ने बरपाया कहर; 70 हजार लोग लेबनान छोड़कर सीरिया भागे
अदन की खाड़ी से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर हमला करने वाले हौथियों की खुफिया एजेंसी के प्रमुख मेजर जनरल अब्दुल हकीम अल-खायेवानी ने गिरफ़्तारियों की घोषणा करते हुए कहा कि जासूसी नेटवर्क पहले सना में अमेरिकी दूतावास से संचालित होता था। उन्होंने कहा कि 2015 में राजधानी सना और उत्तरी यमन पर हौथियों के कब्ज़े के बाद इसे बंद कर दिया गया था, फिर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और संयुक्त राष्ट्र संगठनों की आड़ में अपने विध्वंसक एजेंडे को जारी रखा।
उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया। हौथी अधिकारियों ने 10 यमनियों द्वारा वीडियो टेप किए गए बयान जारी किए, जिनमें से कई ने कहा कि उन्हें अमेरिकी दूतावास द्वारा भर्ती किया गया था। इनमें गिरफ़्तार किए गए संयुक्त राष्ट्र के किसी भी कर्मचारी को शामिल नहीं किया गया। हौथी के दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी।