Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं: स्वामी प्रसाद मौर्य

राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं: स्वामी प्रसाद मौर्य

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब अपनी पार्टी का गठन करेंगे। बीते दिनों उन्होंने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर महासचिव पद से इस्तीफा देने का एलान किया था। उनकी पार्टी का नाम ‘राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी’ होगा। इसके झंडे में नीला, लाल और हरा रंग होगा। नई पार्टी बनाने के एलान के बीच उनका बड़ा बयान आया है।

पढ़ें :- सपा की पुनर्मतदान की मांग साबित करती है कि उत्तर प्रदेश में खिल चुका है कमल : केशव मौर्य

स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि, 22 फरवरी को दिल्ली में कार्यकर्ताओं का समागम होगा और उसी दिन फैसला सुनाया जाएगा। जब संगठन में ही भेदभाव है, एक राष्ट्रीय महासचिव का हर बयान निजी हो जाता है, जब पद में ही भेदभाव है और मैं भेदभाव के खिलाफ ही लड़ाई लड़ता हूं तो ऐसे पद पर रहने का औचित्य क्या है? इसलिए सारे विवरण का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष को 13 तारीख को इस्तीफे का पत्र भेजा था, उन्होंने बात करना मुनासिब नहीं समझा इसलिए मैं कदम आगे बढ़ा रहा हूं। अब कार्यकर्ता तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है।

इसके साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, उनकी सरकार न तो केंद्र में है और न ही प्रदेश में है, कुछ देने की हैसियत में नहीं है। उन्होंने जो भी दिया है वह मैं उन्हें सम्मान के साथ वापस कर दूंगा। मेरे लिए पद नहीं विचार मायने रखता है… अखिलेश यादव की कही हुई बात उन्हें मुबारक।

 

पढ़ें :- लखनऊ बार एसोसिएशन ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई
Advertisement