रात में सोने से पहले या सुबह उठते ही ब्रश करने के बावजूद मुंह से आ रही है गंदी बद्बू तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।क्योंकि यह बद्बू खानपान और मुंह की सफाई पर निर्भर करती है।इसलिए डेंटिस्ट दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह देते है और हर बार खाने के बाद पानीसे कुल्ला करने चाहिए।
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क्योंकि कुछ भी खाने से खाने का थोड़ा बहुत हिस्सा या कण दांतो और आस पास में फंसे रहते है। जिसे कुल्ला करने से साफ होते है। मुंह के हाइजीन का ध्यान रखने के बाद भी अगर मुंह से गंदी बद्बू आ रही है तो शरीर में पल रही किसी गंभीर बीमारी की तरफ इशारा हो सकता है। एक वेबसाइट पर प्रकाशिसुबहत लेख के अनुसार मुंह की बद्बू की पहचान कई खतरनाक बीमारियों के शुरुआती संकेतों के रुप में की गई है।
साइनसाइटिस, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसे सांस संक्रण होने से बॉडी में वाष्पशील सल्फर यौगिक का स्तर बढ़ जाता है। जिससे सांस से बद्बू आने लगती है। इसके साथ ही जब ये संक्रमण होते हैं,तो सांस पथ में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जिससे बद्बू पैदा करने वाले तत्व बनने लगते है। और सांस छोड़ने के साथ बाहर निकलते है।
मुंह की बद्बू एसिड रिफ्लेक्स, गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग औऱ पेट के अल्सर जैसे पाचन विकार से संबंधित है, एसिड रिफ्लक्स तब होता है जब पपेट का एसिड वापस अन्नप्रणाली में चला जाता है, जिससे मुंह में खट्टा स्वाद और गंध आती है।
किडनी डिजीज शरीर से कचरा को निकालने की क्षणता को प्रभावित करता है। ऐसे में खून में टॉक्सिन की मात्रा अधिक होने से सांस में अमोनिया जैसी गंध आने लगती है जिससे यूरेमिक ब्रीथ भी कहा जाता है।
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शरीर में लंबे समय तक शुगर की मात्रा अधिक होने से मुंह से बद्बू आने लगती है। डायबिटीज वाले लोगों मेंंयह .ह बहुत ही आम समस्या है।उनकी सांसों में कीटोन की अधिक होता है जो एक फल जैसी गंध पैदा करता है जिसे एसीटोन सांस के रुप में जाना जाता है। इसके अलावा सिरोसिस या फैची लीवर जैसी दिक्कतों में या लिवर की गड़बड़ी की वजह से भी मुंह से बद्दबू आने लगती है।