देवताओं और असुरों ने मिलकर क्षीरसागर में समुद्र मंथन किया था। इस समुद्र मंथन से पहले कालकूट नाम के विष निकलने के बाद 14 तरह के अद्भूत चीजें प्राप्त हुई। पौराणिक इतिहास के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से चौदह रत्न निकले थे।
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इन चौदह रत्नों में से पांच रत्न ऐसे हैं जिन्हें घर में रखना बेहद अच्छा और शुभ माना जाता है। साथ ही घर के संकट दूर होते है घर में सुख शांति और समृद्धि आती है। इसलिए अगर आप भी अपने घर में बरक्कत चाहते हैं तो इस सावन माह में इन चीजों को घर में लाकर जरुर रखें। इसमें से प्रमुख है हाथी की प्रतिमा खरीदना बेहद शुभ होता है।
चांदी का हाथी रखने से जहां राहु और केतु का प्रकोप शांत होता है
समुद्र मंथन के दौरान ऐरावत नाम का सफेद हाथी निकला था जिसे इंद्र ने अपने पास रख लिया था। घर में चांदी का हाथी रखने से जहां राहु और केतु का प्रकोप शांत होता है वहीं घर में सुख समृद्धि बढ़ती है।
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भगवान धन्वंतरि देव अमृत से भरा कलाश लेकर प्रकट हुए
अगर आप चांदी का हाथी नहीं खरीद सकते तो इसकी जगह पर तांबे या पीतल के हाथी भी खरीद कर रख सकते है। दूसरी चीज है कलश। समुद्र मंथन के दौरान अंत में भगवान धन्वंतरि देव अमृत से भरा कलाश लेकर प्रकट हुए थे।
कलश की घर में स्थापना स्थाई रुप से धनलक्ष्मी का वास
देवता और असुरों के कारण कलश के अमृत की बूंदें जहां जहां गिरी थी वहां कुंभ का आयोजन होता है। हिंदू धर्म में तांबे और पीतल के कलश की घर में स्थापना स्थाई रुप से धनलक्ष्मी का वास होता है और सब बेहद शुभ माना जाता है।
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समुद्र मंथन के दौरान परिजात का पौधा निकला था
इसके अलावा सावन माह में परिजात का पौधा लगाना भी बेहद शुभ और अच्छा माना जाता है। कहते है समुद्र मंथन के दौरान परिजात का पौधा निकला था जिसे इंद्र देव ने अपने लोक में लगा लिया था।
परिजात का पेड़ जिस किसी के भी घर के आस पास होता है समझो वहां लक्ष्मी का वास होता है। इसके अलावा कामधेनु गाय की प्रतिमा लाना भी शुभ होता है। घर में इसे लाने से सुख समृद्धि आती है।
समुद्र मंथन के दौरान सुरभि कामधेनु गाय थी। समुद्र मंथन के दौरान शंख की उत्पत्ति हुई थी। चौदह रत्नों में से एक शंख को माना जाता है। शंख को विजय, समृद्धि, सुख, शांति, यश और लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।इसके अलावा समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी की भी उत्पत्ति हुई थी। ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी का चित्र या मूर्ति घर में लाना बेहद शुभ होता है।