नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर हुए हैं। इससे भारतीय निर्यातकों को 99% उत्पादों पर शुल्क मुक्त पहुंच मिलेगी और ब्रिटेन से आयातित व्हिस्की व लग्जरी कारें सस्ती होंगी। यह समझौता द्विपक्षीय व्यापार को 34 अरब डॉलर तक बढ़ाएगा, भारतीय बाजार को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती देगा और उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले विदेशी उत्पाद कम कीमत पर उपलब्ध कराएगा। भारत की वैश्विक व्यापार रणनीति के लिए यह मील का पत्थर है।
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भारत और ब्रिटेन के बीच तीन वर्षों से जारी गहन बातचीत के बाद गुरुवार को ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ। यह दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा। इस ऐतिहासिक ट्रेड डील की खासियत यह है कि ब्रिटेन से आयातित व्हिस्की और लग्जरी कारें सस्ती दरों पर मिलेंगी।
भारतीय निर्यातकों को होगा बड़ा फायदा
एफटीए लागू होने पर भारत से ब्रिटेन को किए जाने वाले लगभग 99% निर्यात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। इससे खासकर वस्त्र, कृषि, रत्न-आभूषण, फार्मास्यूटिकल्स और इंजीनियरिंग सेक्टर के निर्यातकों को भारी राहत मिलेगी। भारतीय उत्पादों को ब्रिटिश बाजार में आसान और सस्ती पहुंच मिलेगी।
ब्रिटिश कंपनियों के लिए खुलेंगे भारतीय बाजार
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इस समझौते से ब्रिटिश उत्पादों के लिए भारत का बाजार अधिक खुला और सुगम हो जाएगा। विशेष रूप से व्हिस्की, लग्जरी कारों और अन्य औद्योगिक उत्पादों को भारत में कम टैक्स और आसान नियमों के साथ बेचा जा सकेगा। इससे भारतीय उपभोक्ताओं को गुणवत्ता वाले विदेशी सामान सस्ती कीमतों पर उपलब्ध होंगे।