लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अयोध्या और प्रयागराज में प्रस्तावित अतिविशिष्ट राज्य अतिथि गृहों के निर्माण स्थल, ले-आउट, सुविधाओं व साज-सज्जा आदि के संबंध में प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों से कहा कि अयोध्या तथा प्रयागराज में विशिष्ट-अतिविशिष्ट अतिथियों व गणमान्य जनों के बेहतर आतिथ्य के लिए सर्वसुविधायुक्त अतिथि गृह बनाया जाना आवश्यक है। इसके लिए दोनों जनपदों में प्रक्रिया यथाशीघ्र प्रारम्भ कर दी जाए।
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उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि, अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर्यटन विभाग की भूमि अतिथि गृह के लिए उपयुक्त होगी। यहां करीब साढ़े तीन एकड़ क्षेत्र में अतिथि गृह बनाया जा सकता है। भवन की वास्तुकला में वैष्णव परम्परा की झलक होनी चाहिए। भवन की ऊंचाई तय करते समय ध्यान रखें कि किसी भी दशा में यह श्रीरामजन्मभूमि मंदिर से ऊंचा न हो। अतिथि गृहों को ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, अयोध्या तथा प्रयागराज में प्रस्तावित अतिविशिष्ट राज्य अतिथि गृहों में पार्किंग की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। अतिथि गृहों में ODOP ब्लॉक भी हो ताकि आगन्तुक गण प्रदेश की विविधतापूर्ण शिल्पकला का परिचय प्राप्त कर सकें।