Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. Jal Jeevan Mission: पीएम मोदी ने कहा-सवा लाख गांवों के हर घर में नल से पहुंच रहा जल

Jal Jeevan Mission: पीएम मोदी ने कहा-सवा लाख गांवों के हर घर में नल से पहुंच रहा जल

By शिव मौर्या 
Updated Date

Jal Jeevan Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) ने शुक्रवार को ग्राम पंचायतों से संवाद के बाद जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय जीवन कोष का आगज किया। इस दौरान उन्होंने पानी समितियों से भी वर्चुअली संवाद किया। इस दौरान पीएम मोदी (Pm Modi)  ने कहा कि, पूज्य बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी इन दोनों महान व्यक्तित्वों के हृदय में भारत के गांव ही बसे थे।

पढ़ें :- कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण छीनकर उसे धर्म के नाम पर देना चाहती है: पीएम मोदी

मुझे खुशी है कि आज के दिन देशभर के लाखों गांवों के लोग ‘ग्राम सभाओं’ के रूप में जल जीवन संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) का विजन, सिर्फ लोगों तक पानी पहुंचाने का ही नहीं है। ये Decentralisation का- विकेंद्रीकरण का भी बहुत बड़ा Movement है। ये Village Driven- Women Driven Movement है।

इसका मुख्य आधार, जनआंदोलन और जनभागीदारी है। पीएम  (Pm Modi)  ने कहा कि, गांधी जी कहते थे कि ग्राम स्वराज का वास्तविक अर्थ आत्मबल से परिपूर्ण होना है। इसलिए मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि ग्राम स्वराज की ये सोच, सिद्धियों की तरफ आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि, मैं तो गुजरात जैसा राज्य से हूं जहां अधिकतर सूखे की स्थिति मैंने देखी है। मैंने ये भी देखा है कि पानी की एक-एक बूंद का कितना महत्व होता है।

इसलिए गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए, लोगों तक जल पहुंचाना और जल संरक्षण, मेरी प्राथमिकताओं में रहे। साथ ही कहा कि, आजादी से लेकर 2019 तक, हमारे देश में सिर्फ 3 करोड़ घरों तक ही नल से जल पहुंचता था। 2019 में जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद से, 5 करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ा गया है। पीएम मोदी ने कहा कि, आज देश के लगभग 80 जिलों के करीब सवा लाख गांवों के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है।

यानि पिछले 7 दशकों में जो काम हुआ था, आज के भारत ने सिर्फ 2 साल में उससे ज्यादा काम करके दिखाया है। इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जल जीवन मिशन के मोबाइल ऐप को लॉन्च करते हुए कहा कि जल समिति में 50 फीसदी महिलाओं की हिस्सेदारी होगी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जल जीवन कोष के तहत ग्रामीण इलाकों में घरों, स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर जल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाएगी और नल लगवाए जाएंगे। इस कोष में कोई भी व्यक्ति, संस्थान, कंपनी व एनजीओ दान कर सकता है।

Advertisement