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Bihar Politics : जदयू-राजद में दिखी दरार से चढ़ा बिहार का राजनीतिक पारा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली रवाना

By संतोष सिंह 
Updated Date

पटना। जदयू-राजद (JDU-RJD) में राजनीतिक बयानबाजी से आई दरार से एक बार फिर बिहार का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। बिहार में हलचल को लेकर बीजेपी (BJP) का केंद्रीय नेतृत्व हो गया एक्टिव है।  सूत्रों ने बताया कि बिहार के हालात पर बुधवार को केंद्रीय नेतृत्व ने  बिहार पर सभी पहलुओं पर चर्चा हुई है।  विधानसभा भंग (Dissolve Assembly) से लेकर, नई सरकार गठन सहित सभी विकल्पों पर चर्चा हुई है। बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के कुछ नेता जो लगातार नीतीश कुमार को लेकर हमलावर थे, उनसे कहा गया है कि बोलने में थोड़ी एहतियात बरतें।

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सूत्रों ने बताया कि बीजेपी अपने पास सीएम और जेडीयू को डिप्टी सीएम देना चाहती है, जबकि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सीएम पद अपने पास रखना चाहते हैं। बिहार में सियासी हलचल के बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) दिल्ली रवाना हुए हैं। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Union Minister Ashwini Choubey) भी हैं। प्लेन में जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी (Senior JDU leader KC Tyagi) भी मौजूद हैं। बिहार में सियासी अटकलों के बीच जेडीयू कोटे के मंत्री विजय चौधरी (Vijay Chaudhary) और ललन सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के आवास पर पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।

बिहार में क्या एक बार फिर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) यू-टर्न लेने वाले हैं? ये सवाल पिछले कुछ दिनों से इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि खुद नीतीश कुमार ने इसके संकेत दिए हैं। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) के बयानों ने इन अटकलों को और हवा दे दी।

लालू की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां। उन्होंने आगे कहा कि खीज जताए क्या होगा? जब हुआ न कोई अपना योग्य, विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट। उन्होंने कहा कि समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है। माना जा रहा है कि रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) का इशारा नीतीश कुमार (Nitish Kumar)  की तरफ था। इससे तो साफ है कि बिहार की राजनीति में नीतीश और लालू के बीच तनातनी है। हालांकि रोहिणी ने तीनों बयान डिलीट कर दिया।

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