लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री स्व: कल्याण सिंह प्रखर नेता के साथ सुशासन के प्रतीक थे। हमेशा समाज को नई दिशा देने का प्रयास करते थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर समाज के सभी पहलुओं में सुधार की दिशा में कदम उठाए हैं। यह बातें कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने कही।
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बुधवार को चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियालिटी कैंसर संस्थान में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के राज्यपाल स्व.कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि श्रद्धा भाव से मनाई गई। इस मौके पर संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमन, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला समेत अन्य डॉक्टरों ने स्व. कल्याण सिंह की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाए।
निदेशक ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रखर राष्ट्रवाद व सुशासन के जीवंत प्रतीक लोकप्रिय जननेता थे। ऐसे महापुरुष सदियों में कभी-कभार जन्म लेते हैं। उन्होंने हमेशा समाज के हित में काम किया। समाज के नई दिशा दी। शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाया। उनका मानना था कि यदि देश का भविष्य नकल से परीक्षा पास करेगा तो देश तरक्की नहीं कर पाएगा।
लिहाजा, उन्होंने नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए कड़े कानून बनाए थे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कहा कि स्व. कल्याण सिंह का जीवन सेवा, सुशासन, सामाजिक न्याय एवं जन-कल्याण को समर्पित रहा। उनका संघर्षशील जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।