Karwa Chauth shubh muhurat : सनातन धर्म पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाने वाला व्रत करवा चौथ है। इसमें सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। यह त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस वर्ष यह 10 अक्टूबर 2025 को होगा। इस व्रत में कठिन नियमों का पालन करना पड़ता है। सायं काल चंद्रोदय दर्शन पूजन के बाद ही व्रत में पारण का समय आता है। व्रत तोड़ने से पहले छलनी (छलनी) से पहले चंद्रमा को देखें। फिर उसी चलनी से अपने पति का चेहरा देखें।
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पूजा का समय
करवा चौथ पूजा मुहूर्त: शाम 5:57 बजे से 7:11 बजे तक
लाभ–उन्नति मुहूर्त: रात 9:02 बजे से 10:35 बजे तक
चंद्रोदय और पारण का समय
करवा चौथ की रात 8:13 बजे चांद निकलेगा।
व्रत रखी हुई महिलाएं इसी समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोल सकती हैं।
व्रत में पारण के नियम
व्रत का पारण शुभ मुहूर्त पर ही करना चाहिए।व्रत के दौरान निषिद्ध समय पर पारण करने से परहेज करना चाहिए। पारण के महत्वपूर्ण नियमों का पालन करने से व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है। पारण के दिन क्रोध, झूठ बोलने या किसी का अपमान करने से बचें और जरूरतमंदों की मदद करें। हल्का और सात्विक भोजन करें तथा इस दिन तामसिक भोजन (जैसे लहसुन, प्याज आदि) न खाएं।