लखनऊ। भारत के विकास के लिए दिन-रात एक करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक तरफ विकास की बातें कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष आपसी झगड़े को निपटाने में जुटा हुआ है। यही नहीं वह कभी महिलाओं का अपमान कर रहा है तो कभी भारत विरोधी बयान दे रहा है। ऐसे में चुनाव परिणाम पहले से ही स्पष्ट हैं। उप्र में आपसी लड़ाई में उलझी सपा, जातिगत समीकरण भिड़ा रही बसपा और कांग्रेस शून्य पर सिमट जाएंगे। सभी 80 सीटों पर कमल खिलने जा रहा है। ये बातें भाजपा नेता व उत्तर प्रदेश सरकार की पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने कही।
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उन्होंने कहा कि रामपुर और मुरादाबाद में सजा पा चुके आजम खां के आगे अखिलेश यादव झुक गये। उन्हें अपने सीटिंग सासंद को टिकट देने के बाद पुन: वापस लेना पड़ा। सपा मुखिया पार्टी के अंदर चल रहे अंतरद्वंद को समाप्त करने में ही पूरा समय गंवाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को भाजपा के जनहितकारी कामों को बहुत पहले ही समझा चुके हैं। आज चुनाव भाजपा नहीं लड़ रही है, बल्कि भाजपा की तरफ से हर एक आम आदमी खुद ही लड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चेहरा ही चुनाव में काफी है।
स्वाती सिंह ने कहा कि बसपा सिर्फ जातिगत और धार्मिक आधार पर अपने कंडिडेट का चुनाव लड़ रही है। उसके पास न तो कोई विजन है और न ही उसका कोई उद्देश्य। उसका सिर्फ एक मात्र उद्देश्य है कि किसी तरह वह दो-चार सीटों पर जीत हासिल कर ले। इसे जनता भी जानती है। वहीं सपा की स्थिति यह है कि अलीगढ़ से 2009, 2014 और 2019 में चुनाव हार चुके बृजेन्द्र सिंह को टिकट देना पड़ा।