Mahant Narendra Giri death: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की संदिग्ध हालत परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव फंदे से लटकता मिला। दोपहर का खाना खाने के बाद वो आराम करने गए थे। शाम को दरवाजा नहीं खुलने पर शिष्यों ने कई बार दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला।
पढ़ें :- Delhi Elections 2025: भाजपा ने जारी की 9 उम्मीदवारों की एक और लिस्ट, देखिए किसको कहां से बनाया प्रत्याशी
इस पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो देखा महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे से लटका मिला। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस को जांच में एक सुसाइड नोट मिला है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट में उन्होंने कई बातें लिखी हैं।
पुलिस का कहना है कि, सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं सम्मान का साथ जिया हूं। इसके साथ ही कई अन्य बातें लिखी हैं। इसमें उनके शिष्य आनंद गिरि का भी नाम शामिल है।
बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि का अपना एक शिष्य से विवाद था। हालांकि, कुछ समय विवाद चला। इसके बाद उन्होंने अपने शिष्य को माफ कर दिया था और इनके बीच सुलह हो गयी थी।