प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि (Akhil Bhaarateey Akhaada Parishad President Narendra Giri) की सोमवार को रहस्यमय तरीके से मौत हुई है। इस मामले में अब एक सपा सपा सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा महंत के सबसे करीबी शिष्य रहे आनंद गिरी (Anand Giri) के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
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इसके साथ ही हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी (Aadya Tiwari, chief priest of Hanuman temple) और उसके पुत्र संदीप तिवारी (Sandeep Tiwari) को भी नामजद किया गया है। अब इस मामले में समाजवादी पार्टी के एक नेता के नाम की भी चर्चा है। सपा नेता का नाम सामने आने के बाद पुलिस अब पूछताछ शुरू कर सकती है।
बता दें कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष (Akhaada Parishad President) के साथ पूर्व में भी सपा के पूर्व विधायक महेश नारायण सिंह (Former SP MLA Mahesh Narayan Singh) से मठ की जमीन को लेकर काफी दिनों तक विवाद चला था। बाद में उसका बड़े नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पटाक्षेप किया गया। अब दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री का नाम सामने आने के बाद लोग दंग हैं।
सुसाइड नोट (Suicide Note) को लेकर उठ रहा है सवाल
बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से जो सुसाइड नोट (Suicide Note) मिला है, उस पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आनंद गिरि (Anand Giri) का दावा है कि नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) सही से नहीं लिख पाते थे, जबकि नरेंद्र गिरि के अन्य शिष्य निर्भय द्विवेदी (Nirbhay Dwivedi) ने साफ कहा कि महंत जी लिख लेते थे। निर्भय के मुताबिक ही नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) सोमवार को किसी का इंतज़ार कर रहे थे, कोई उनसे मिलने आने वाला था। सुसाइड नोट (Suicide Note) के अलावा नरेंद्र गिरि ने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया है, ये अब पुलिस की हिरासत में हैं।