Manipur Violence Update: पिछले सात महीने से मणिपुर (Manipur) में जातीय हिंसा (Racial Violence) को भड़ाकने में संलिप्त उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस लगातार लगाम कस रही हैं। यहां पर हिंसक वारदातों में उग्रवादी संगठनों के लोगों की अब धीरे धीरे इनके गुर्गों की गिरफ्तारी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उग्रवादियों ने शुक्रवार (8 दिसंबर) को एक 22 वर्षीय छात्र को किडनैप कर लिया था। इस मामले में मणिपुर पुलिस ने शनिवार (9 दिसंबर) को कार्रवाई करते हुए आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही उग्रवादियों के चंगुल से छात्र को छुड़ा लिया गया है। बताया जा रहा है कि मोबाइल डंपिंग टेक्नोलॉजी और लोकेशन ट्रैकर की मदद से इन उग्रवादियों के ठिकानों पर दबिश दी गई है और धर दबोचा गया। उग्रवादियों ने भारी मात्रा में हथियार एकत्रित कर रखे थे।
आठ गिरफ्तार किडनैपर्स (उग्रवादियों) के कब्जे से एक घातक राइफल, एक एके-47 राइफल, एक.32 पिस्तौल, गोला-बारूद और 13 मोबाइल हैंडसेट बरामद किए गए। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए उग्रवादी पूर्वोत्तर राज्य में एक प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कांगलेइपक कम्युनिस्ट पार्टी के सक्रिय कैडर हैं। जिस छात्र को इनके चंगुल से बरामद किया गया है उसका नाम लैशराम चिंगलेन सिंह है।
छात्र इंफाल पश्चिम जिले में डीएम कॉलेज ऑफ साइंस के हॉस्टल से शुक्रवार दोपहर को किडनैप हो गया था। इन उग्रवादियों के साथियों ने उसे किडनैप किया था। इसके बाद किडनैपर्स (उग्रवादियों) ने लैशराम की सुरक्षित रिहाई के लिए उसके माता-पिता से 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।