लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार पुलिस हिरासत में मोहित पांडेय की मौत हो गयी थी। इस घटना पर लखनऊ पुलिस की कार्यप्रणाली पूरी तरह से सवालों के घेरे में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें दस लाख की आर्थिक मदद पीड़ित परिवार को दी। साथ ही बच्चों को फ्री शिक्षा, सरकारी आवास के साथ अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने का आश्वासन दिया।
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इसके बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मृतक मोहित पांडेय के घर पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान ब्रजेश पाठक ने कहा, उच्च अधिकारियों की लापरवाही पाए जाने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी। सरकार पीड़ित परिवार के साथ हर दम खड़ी है। दोषियों की गिरफ़्तारी भी होगी और सस्पेंशन भी होगा। पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।
पुलिस पर परिवार ने लगाया गंभीर आरोप
लॉकअप में मोहित के साथ बंद उसके भाई शोभाराम ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि भाई को लॉकअप में टॉर्चर किया गया है। उसे पीटा गया है। तबीयत खराब होने के बाद भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। मामले में मां की तहरीर पर चिनहट थाना इंस्पेक्टर और चचेरे भाई आदेश सहित कई लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
लॉकआप का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो चिनहट कोतवाली की बताई जा रही है। इस वीडियो में लॉकअप के अंदर मोहित पांडेय करहाता हुआ दिख रहा है। साथ ही लॉकअप में बंद अन्य लोग इस दौरान उसकी मदद भी करते दिख रहे हैं। अब इस वीडियो के आधार पर परिजनों का कहना है कि, दोषी पुलिसकर्मियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाए।
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