आज से नवरात्रि शुरु हो गई हैं। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए घरों में कलश की स्थापना की जाती है। साथ ही नारियल भी रखा जाता है। कई लोगो को कन्फ्यूजन रहती हैं कि नारियल को सीधा रखा जाता है या फिर लेटा कर। उसका मुख अपनी तरफ किया जाता है या मां दुर्गा की तरफ।कई लोग नारियल को गलत तरह से स्थापित करते है। जिसकी वजह से उन्हें जीवन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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नवरात्रि में पूजा के दौरान घरों के मंदिर में नारियल की स्थापना भगवान गणेश और देवी दुर्गा के आह्नान का प्रतीक माना जाता है। जिससे घर में शांति और लोगो को हर काम में सफलता मिलती है। ऐसा माना जाता है कि नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और भगवान शिव का वास होता है।
इसलिए घर में कलश की स्थापना शुभ माना जाता है। लेकिन पूजा करते समय कुछ लोग नारियल का नुकीला वाला हिस्सा ऊपर की तरफ करके रख देते है। जो गलत है। इसे शुभ नहीं माना जाता है। इसके पीछे तर्क माना जाता है कि नारियल के मुख नीचे होने से शत्रुओं की वृद्धि होती है। नारियल का मुख ऊपर की तरख रखने से रोग बढ़ते है। पूर्व की तरफ मुख रखने से धन का विनाश होता है। इसलिए नारियल का मुख हमेशा अपनी तरफ कलश स्थापना माता रानी के दाहिने तरफ करनी चाहिए।
कलश पर नारियल रखते समय ध्यान रखें कि कलश का नारियल खराब या टूटा हुआ न हो। लाल रंग देवी दुर्गा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए नारियल को लाल रंग के कपड़े ले लपेटकर रखना चाहिए। कलश स्थापना शुभ मुहूर्त और विधि के अनुसार किया जाना चाहिए।नारियल का मुख हमेशा अपनी तरफ ही रखना चाहिए।