पर्दाफाश न्यूज़ ब्यूरो महाराजगंज :: नेपाल बस दुर्घटना में महाराष्ट्र के 25 पर्यटकों के अलावा गोरखपुर के चालक मुर्तुजा व कुशीनगर के कंडक्टर रामजीत का शव नेपाली एंबुलेंस से चितवन के भरतपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शनिवार की रात करीब सवा आठ बजे सोनौली पहुंचे। साथ में भारतीय दूतावास के अधिकारी भी आए थे। चौकी प्रभारी सोनौली अनघ कुमार को दोनों शव सौंप दिया। शव को नेपाली एम्बुलेंस से नौतनवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पर लाया गया। वहां पहले से खड़ी भारतीय एम्बुलेंस में शव को रख ग्रीन चैनल बनाकर गोरखपुर व कुशीनगर भेजा गया।
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बस चालक मुर्तुजा गोरखपुर व परिचालक रामजीत कुशीनगर का रहने वाला था। हादसे में पर्यटकों के साथ इनकी भी मौत हुई है। भरतपुर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद बस चालक व परिचालक के शव को चितवन से सोनौली लाया गया। शाम को दोनों शव सोनौली बार्डर पर पहुंचे। डीएम अनुनय झा के निर्देश पर 6 शव वाहन, 11 एंबुलेंस और एक 42 सीटर बस की व्यवस्था की गई थी।
चालक व परिचालक के शव को उनके घर गोरखपुर व कुशीनगर जनपद में भेजने के लिए ग्रीन चैनल बनाया गया। दोनों शव वाहनों को पुलिस की गाड़ी स्कोर्ट करते हुए ले गई। रास्ते में आगे-आगे पुलिस ट्रैफिक को हटाकर रास्ता खाली कराती रही। डीएम अनुनय झा ने बताया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार के निर्देश पर सभी इंतजाम किया गया था। सोनौली बार्डर पर शव आने के बाद ग्रीन चैनल बनाकर बनाकर गोरखपुर व कुशीनगर भेजा गया।