Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार गुजरात के आणंद में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, देश ने 60 साल तक कांग्रेस का राज देखा है। अब देश ने 10 साल भाजपा का सेवाकाल भी देखा है। वो शासनकाल था, ये सेवाकाल है। कांग्रेस के 60 साल में करीब 60% ग्रामीण आबादी के पास शौचालय नहीं था। 10 साल में भाजपा सरकार ने शत-प्रतिशत टॉयलेट बना दिए। 60 साल में कांग्रेस देश में सिर्फ 3 करोड़ ग्रामीण घरों तक ही नल से जल की सुविधा पहुंचा पाई, यानी कि 20% से भी कम घरों में। 10 साल में ही नल से जल पहुंचने वाले घरों की संख्या आज 14 करोड़ हो गई है, यानी 75% घरों में नल से जल पहुंचा है।
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उन्होंने कहा कि, 60 साल में कांग्रेस ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, बैंकों पर कब्जा कर लिया और ये कहा कि बैंक गरीबों के लिए होने चाहिए। बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर करने के बावजूद भी कांग्रेस सरकार 60 साल में करोड़ों गरीबों के बैंक खाते नहीं खोल पाई। मोदी ने 10 साल में 50 करोड़ से ज्यादा जनधन बैंक खाते खोले। साथ ही कहा, 2014 में जब आपने अपने इस बेटे को गुजरात से दिल्ली भेजकर देश की सेवा करने का आदेश दिया, उस समय देश के प्रधानमंत्री बड़े विद्वान अर्थशास्त्री थे। जब उन्होंने छोड़ा था, तब देश दुनिया में 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था था। 10 साल में इस गुजराती ने, चाय वाले ने देश की इकोनॉमी को 5वें नंबर पर पहुंचा दिया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, संयोग देखिए, आज भारत में कांग्रेस कमजोर हो रही है। मजा ये है कि यहां कांग्रेस मर रही है और वहां पाकिस्तान रो रहा है। कांग्रेस के लिए अब पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं। शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने के लिए पाकिस्तान उतावला है। और कांग्रेस तो पाकिस्तान की मुरीद है ही। पाकिस्तान और कांग्रेस की ये पार्टनरशिप अब पूरी तरह एक्सपोज हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि, आज लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कांग्रेस इतनी बौखला क्यों गई है।कांग्रेस आज फेक फैक्ट्री यानी फर्जी माल की फैक्ट्री बन गई है। मोहब्बत की दुकान बोलकर कांग्रेस झूठ का सामान क्यों बेच रही है? साथ ही कहा, कांग्रेस ने कभी SC/ST की परवाह नहीं की। 90 के दशक से पहले कांग्रेस OBC आरक्षण यानी बक्षीपंच को आरक्षण की भी पक्षधर नहीं थी। बरसों से OBC समाज कहता रहा कि OBC कमीशन को, बक्षीपंच आयोग को संवैधानिक दर्जा मिले। कांग्रेस ने उनकी एक नहीं सुनी।
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