नई दिल्ली। 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद बुधवार तड़के रूस (Russia) के कुरील द्वीप समूह (Kuril Islands) और जापान के बड़े उत्तरी द्वीप होक्काइडो (Large Northern Island Hokkaido) के तटीय इलाकों में सुनामी (Tsunami) आ गई। होनोलूलू में बुधवार को सुनामी चेतावनी सायरन बजने लगे और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा गया। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (Japan Meteorological Agency) ने बताया कि लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंची पहली सुनामी (Tsunami) लहर होक्काइडो के पूर्वी तट पर नेमुरो पहुंची। स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको के मुताबिक, पहली सुनामी लहर प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में रूस के कुरील द्वीप समूह (Kuril Islands) की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क के तटीय क्षेत्र में आई। आसपास रहने वाले लोग सुरक्षित हैं। दोबारा लहर आने का खतरा टलने तक वे ऊंचे स्थानों पर ही रहेंगे।
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Rusya açıklarındaki 8.8'lik depremin ardından #tsunami dalgaları Japonya kıyılarına vurdu.
— Türkiye Gündemi (@TurkiyeGundmi) July 30, 2025
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धरती कांपने के साथ-साथ समुद्र में उठने वाली लहरों को देखकर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए हैं और सहमे हुए लोग आपदा या त्रासदी की आशंका में जी रहे हैं।समुद्री इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। लगातार लग रहे भूकंप के झटकों के कारण समुद्र में सामान्य से ऊंची लहरें उठ रही हैं। राहत और बचाव कार्य चलाने वाली एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप समूह के कुछ तटीय क्षेत्रों में ज्वार स्तर से 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। रूस और इक्वाडोर के कुछ तटीय क्षेत्रों में 3 मीटर से भी ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
जानें कब आती है सुनामी?
विशेषज्ञों के मुताबिक, धरती के कांपने का मानक या भूकंप की तीव्रता 7.5 से 7.8 के बीच में पहुंचते ही सुनामी की चेतावनी जारी कर दी जाती है। समुद्र में आए भूकंप के बाद भी सुनामी की चेतावनी जारी की जाती है। ऐसे ही 7.6 से 7.8 तीव्रता के भूकंप से ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। 7.8 से ज्यादा का भूकंप आने पर स्थानीय रूप से सुनामी देखने को मिल सकती है। इससे भारी नुकसान हो सकता है।