नई दिल्ली। अयोध्य में हो रहे विकास कार्यों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्चुअल मीटिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ज्यादातर मीटिंग वर्चुअल ही कर रहे हैं। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के सामने अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट रखा गया। मालूम हो कि इस बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को शामिल नहीं किया गया है।
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बैठक में बजट के अनुसार योजनाओं को जमीन पर उतारने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार रखने की रणनीति पर चर्चा की गई। इसके लिए केवल प्रदेश सरकार ने ही अकेले 14 हजार करोड़ की योजनाओं को तैयार किया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल हैं। कई योजनाएं दोनों सरकारों के संयुक्त भागीदारी से जुड़ी हैं।बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नील कंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह भी शामिल हुए।
प्रमुख सचिव ने आवास विकास नगर के विकास को लेकर प्रेजेंटेशन दिया। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे। दरअसल, रामलला के भव्य मंदिर के साथ 20 हजार करोड़ रुपये से अयोध्या को भी भव्यता देने का खाका तैयार हो गया है। अयोध्या की आध्यात्मिक आभा को चमकाने के साथ-साथ न सिर्फ रामनगरी को आधुनिक पर्यटन सिटी के रूप में विकसित किए जाने की तैयारी है, बल्कि रोजगार व नौकरियों से भी रामनगरी लैस होगी।