नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले को लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों की तरफ से दोनों सदनों में इसको लेकर नारेबाजी की गई। हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही को भी स्थगित करना पड़ा। बार-बार वॉर्निंग के बाद भी हंगामा करने पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी पार्टियों के 14 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है।
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इसके साथ ही राज्यसभा से TMC सांसद डेरेक ओ’ ब्रायन को भी बचे हुए सत्र से निलंबित किया गया। सांसदों के निलंबन के बाद विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इसको लेकर विपक्ष के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। आइए जानते हैं इस मामले में किसने क्या कहा…
बसपा के निलंबित सांसद दानिश अली ने इस मामल में कहा कि, जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उसमें एक ऐसे सांसद भी थे जो आज संसद में ही नहीं आए थे। सेलम से सांसद एस.आर. पार्थिबन। पता नहीं ये देश कैसे चल रहा है… आपको ये भी नहीं पता है कि सांसद आया है या नहीं आया है, उसे भी निलंबित कर दिया। ये हो क्या रहा है? इसके साथ ही उन्होंने एक्स पर लिखा कि, पार्लियामेंट में अगर वो ज़हरीली गैस ले आते तो…. सोच कर भी डर लगता है। फिर भी सरकार जवाब देने के बजाय भूतकाल ( नेहरू युग) में पहुंच जाती है, विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर देती है। ‘Password’ वाला संसद में गवारा नहीं लेकिन ‘Pass’ जारी करने वाले को बचाया जा रहा है। बता दें कि, बाद में गलती से निलंबित किए जाने के बाद एस.आर. पार्थिबन का निलंबन रद्द कर दिया गया।
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रामेश ने इस मामले में कहा कि, हम कल दोपहर से सुरक्षा चूक घटना पर गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे हैं। इतनी बड़ी घटना घटी लेकिन सरकार की ओर से औपचारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया। हमारे लिए सरकार की तानाशाही दिख रही है।