Russia Ukraine War : यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग में युद्ध विराम की कोशिशों में नया मोड़ आ गया है। पुतिन और जेलेंस्की की होने युद्धविराम वार्ता पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई थी कि क्रेमलिन से नई खबर आ गई। खबरों के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने यूक्रेनी समकक्ष वलोडिमिर जेलेंस्की से मिलने के लिए गुरुवार को इस्तांबुल नहीं जाएंगे। बुधवार की देर शाम क्रेमलिन ने इसकी घोषणा कर दी। क्रेमलिन ने बता दिया कि यूक्रेन और रूस के नेताओं के बीच पहली सीधी वार्ता में मास्को का प्रतिनिधित्व कौन करेगा। क्रेमलिन के मुताबिक, रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की (Vladimir Medinsky) करेंगे, जिन्होंने मार्च 2022 में इस्तांबुल में वार्ता के पहले दौर में मास्को का प्रतिनिधित्व किया था। इसके पहले जेलेंस्की ने कहा था कि वो पुतिन के साथ आमने सामने बातचीत के लिए तैयार है। जेलेंस्की ने कहा था कि वो पुतिन के साथ आमने सामने बातचीत के लिए तैयार है।
पढ़ें :- USA और भारत दस दिसबंर से द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर करेंगे बातचीत, इसी कैलंडर वर्ष में पहले चरण के समझौते पर होंगे हस्ताक्षर
इस पर पश्चिमी देशों ने प्रश्न खड़ा किया है। ब्रिटेन की परमाणु शाखा के पूर्व ज्वाइंट कमांडर कर्नल ब्रेटन गोर्डन ने पुतिन को ‘डेड मैन वॉकिंग’ कहा है, यानी ऐसा शख्स जिस पर मौत का खतरा मंडरा रहा है और जिसे अपनी सत्ता खोने का डर सता रहा हो। पुतिन का नाम रूस के उस प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं है, जो तुर्की में यूक्रेनी दल से वार्ता करने वाला है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध बीते तीन सालों में अभी तक किसी नतीजे पर पहुंचने के पहले हिचकोले खाने लगा है। जेलेंस्की ने उन सभी देशों को धन्यवाद कहा है जो रूस पर दबाव बना रहा है। जेलेंस्की ने एक्स पोस्ट में लिखा, ”रूस सिर्फ युद्ध को आगे बढ़ा रहा है। मैं उन सभी देशों और नेताओं को शुक्रिया कहना चाहूंगा जो कि रूस पर दबाव बना रहे हैं, जिससे वह वॉर को रोके। अगर ऐसा हुआ तो मीनिंगफुल नेगोशिएशन हो सकेगी।”