मथुरा। प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा (Famous storyteller Pradeep Mishra) अपने कथन पर राधारानी (Radha Rani) से माफी मांगने बरसाना स्थित राधारानी मंदिर (Radharani Temple) में पहुंचे हैं। प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि राधारानी का विवाह भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) के साथ नहीं बल्कि मथुरा के छाता कस्बा निवासी अनय घोष के साथ हुआ था। इस विवाद के बाद शनिवार को कथावाचक प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) ने राधारानी (Radha Rani) के सामने दंडवत होकर नाक रगड़ कर माफी मांगी और कहा कि राधारानी मेरी ईष्ट हैं।
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Radha-Rani Controversy : बरसाना पहुंचे प्रदीप मिश्रा ने नाक रगड़कर माफी मांगी, बोले- राधारानी मेरी ईष्ट हैं pic.twitter.com/8rLDQRL5gb
— santosh singh (@SantoshGaharwar) June 29, 2024
प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) ये भी कहा था बरसाना उनका पैतृक गांव नहीं है। बरसाना में राधारानी के पिता की कचहरी लगती थी। जिसमें राधारानी अपने पिता के साथ वर्ष में एक बार आती थीं। उनके इस कथन को लेकर ब्रज के साधु और संतों में आक्रोश पनपा था। पिछले दिनों महापंचायत कर उनके ब्रज चौरासी कोस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया। शनिवार को करीब दो बजे प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) राधारानी से माफी मांगने उनके मंदिर पहुंचे हैं।
संत प्रेमानंद महाराज ने कहा, कि प्रदीप मिश्रा हमारा भाई है, उसने जो त्रुटि की है, उसके लिए माफी मांग ले, तो मामला सुलझ जाएगा
राधा केलिकुंज में शुक्रवार को धर्मरक्षा संघ प्रतिनिधि मंडल के सामने विचार रखते हुए संत प्रेमानंद महाराज (Saint Premanand Maharaj) ने कहा, प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) खुद को शास्त्र का ज्ञानी समझता है। वह किशोरीजी के बारे में कुछ नहीं जानते। चेतावनी भरे लहजे में संत प्रेमानंद ने कहा यदि श्रीजी के विषय में वो कुछ भी जानना चाहता है, तो हमारे सामने वृंदावन की रज में बैठें। हम कुछ भी नहीं बोलेंगे, मौन रहेंगे और उन्हें श्रीजी का ज्ञान प्राप्त हो जाएगा। संत प्रेमानंद महाराज (Saint Premanand Maharaj) ने कहा, कि प्रदीप मिश्रा (Pradeep Mishra) हमारा भाई है, उसने जो त्रुटि की है, उसके लिए माफी मांग ले, तो मामला सुलझ जाएगा। उसने क्षमा न मांगकर बहुत बड़ी भूल की है। संत और ब्रजवासियों को उसकी वाणी से जो कष्ट हुआ है, उसे भगवान भी क्षमा नहीं करेंगे और उसे दंड भुगतना ही पड़ेगा।