कोलकाता। सरकारी आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या की घटना के एक साल हो गए हैं। इसको लेकर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों का एक समूह शनिवार को हावड़ा जिले के संतरागाछी पहुंचा। इस दौरान पुलिस की बैरिकेड्स को उन्होंने तोड़ने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से हाथापाई भी हुई। देखते ही देखते वहां पर बवाल जैसी स्थिति बन गयी। बताया जा रहा है कि, इस दौरान पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग भी किया गया।
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इससे पहले ‘नबन्ना चलो अभियान’ के तहत प्रदर्शनकारियों ने आरजी कार पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए। साथ ही, पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स की परवाह किए बिना राज्य सचिवालय तक पहुंचने का संकल्प जताया। वहीं, पुलिस लगातार प्रदर्शनकारियों से कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करती रही। लेकिन प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह बैरिकेट को लांघने की कोशिश करता रहा। बंगाल के नेता प्रतिपक्ष ने सचिवालय तक शांतिपूर्ण मार्च का संकल्प लिया
बता दें कि, भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को आरजी कार घटना के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक शांतिपूर्ण मार्च निकालने का संकल्प लिया। साथ ही, ममता बनर्जी सरकार पर धमकाने और अत्यधिक प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया, जबकि प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को गंतव्य तक पहुंचने से रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए हैं।