Saphala Ekadashi 2024 : नये वर्ष की पहली एकादशी सफला एकादशी है। और इसका व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सफला एकादशी का व्रत करने से मनोकामना पूर्ण होती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सफला एकादशी पौष मास की पहली एकादशी है। पंरंपरा के अनुसार , इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है।
पढ़ें :- 5 दिसंबर 2025 का राशिफल : शशि योग से इन राशियों के बुलंद होंगे सितारे, धन-संपत्ति और करियर में मिलेगी सफलता, देखें अपना राशिफल
व्रत का मुहूर्त
हिंदी पंचाग के अनुसार एकादशी तिथि का आरंभ 6 जनवरी को रात 12 बजे के बाद 7 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 41 मिनट पर होगा। इसका समापन 7 जनवरी की रात को 12 बजे के बाद 8 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 46 मिनट पर होगा। यानी कि उदया तिथि के नियमानुसार सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा।
सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाना चाहिए और उसमें तुलसी का पत्ता भी जरूर डालें। मान्यतानुसार व्रत के दिन सफला एकादशी की कथा सुनने से पूजा सफल होती है।
इस मंत्र का करें जाप
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।