नई दिल्ली। अल जजीरा (Al Jazeera) के मुताबिक बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) के बेटे सजीब वाजेद (Son Sajeeb Wazed) ने कुछ दिन पहले पत्रकारों से कहा था कि उन्हें पहले से पता है कि उनकी मां को मौत की सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हसीना भारत में सुरक्षित हैं और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां (Indian Security Agencies) उनकी पूरी रक्षा करेंगी।
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वाजेद ने कहा कि शेख हसीना 5 बार प्रधानमंत्री रही हैं और देश में उनके बहुत समर्थक हैं। उनकी पार्टी अवामी लीग बांग्लादेश की दो सबसे बड़ी पार्टियों में से एक है। इसलिए वे इस फैसले को हल्के में नहीं लेंगे।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) के खिलाफ चल रहे एक मामले पर सोमवार को ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (International Crimes Tribunal-Bangladesh) की तरफ से फैसला पढ़ा जा रहा है। ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना (Sheikh Hasina) को मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराते हुए कहा कि वे अधिकतम सजा की हकदार हैं।
इससे पहले हसीना ने कहा था कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं और वे ऐसे फैसलों की परवाह नहीं करतीं। आईसीटी के फैसले से पहले अपने समर्थकों को जारी एक ऑडियो संदेश में हसीना ने कहा था कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है। हसीना ने कहा था कि यह इतना भी आसान नहीं है। आवामी लीग जमीन से उठी पार्टी है।
जानें कहां हैं तीनों आरोपी ?
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शेख हसीना (Sheikh Hasina) के अलावा, इस मामले में अन्य दो आरोपी पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान और पूर्व IGP चौधरी अब्दुल्ला अल-ममून हैं। तीनों आरोपियों में से शेख हसीना (Sheikh Hasina) और असदुज्जमां फरार हैं। दोनों अब भारत में रह रहे हैं। वहीं, तीसरे आरोपी चौधरी अब्दुल्ला अल-ममून सरकारी गवाह बन चुके हैं।
बांग्लादेश में बॉर्डर गार्ड्स की भी तैनाती
बांग्लादेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB), रैपिड एक्शन ब्रिगेड (RAB) और सेना के जवानों को प्रमुख चोक प्वाइंट्स पर तैनात किया गया है। इस कदम को कानूनी तौर पर सही ठहराने के लिए पुलिस ने दंड संहिता की धारा 96 के तहत निजी रक्षा का हवाला दिया है। हालांकि, मानवाधिकार समूहों ने इस आदेश पर पहले के भारी दुरुपयोगों के तथ्य को ध्यान दिलाते हुए चिंता जताई है।
आवामी लीग ने बुलाया बांग्लादेश बंद
शेख हसीना (Sheikh Hasina) को लेकर फैसले के दिन उनकी पार्टी आवामी लीग ने बांग्लादेश बंद का आह्वान किया है। पार्टी का दावा है कि उसकी नेता के खिलाफ सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।