Shivpujan Rudraksha Mala : सनातन धर्म में शिव को जगत का कल्याणकारी कहा गया है। धार्मिक ग्रथों में वार्णित है भगवान शिव ही जगत का कल्याण करते है। सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष् महत्व है। पुराणों मं शिव पूजा का विधान बताया गया है। भगवन शिव की पूजा के लि मुहूर्त ,अर्पित की जाने वाली सामग्री , और मंत्रोंपासना के लिए आस न और माला के बारे में विशेष स्प से बताया गया है। मान्यता है यदि विधि विधान से भगवान शिव की पूजा की जाय जो भगवान आने भक्तों को अशिर्वाद देते है और भक्तों की मनो कामना पूर्ण करते हैं। शिव पुराण नामक ग्रंथ् में भगवान शिव की महिमा के बारे विस्तार पूर्वक बताया गया है। जीवन में आ रही बाधओं से पार पाने के लिए इस पुराण में बहुत सुनदर उपाय बताए गए है।
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अभिमंत्रित रूद्राक्ष की माला से ‘ऊँ सोमेश्वराय नम:’ का 108 बार जप अर्थात एक माला करें।
रुद्राक्ष माला को भगवान शिव का अंश माना जाता है। सावन में रुद्राक्ष माला से शिव मंत्र जाप करने से सभी से मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
जाप करते समय ध्यान रखें कि रुद्राक्ष माला में दिए गए सुमेरु को लांघना नहीं चाहिए।
रुद्राक्ष माला जपने के लिए हमेशा अंगूठे और अनामिका उंगली का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
रुद्राक्ष माला जपते समय ध्यान रखें कि माला को किसी कपड़े में ढककर रखना चाहिए।
रुद्राक्ष माला हमेशा धरती पर आसन बिछाकर उस पर बैठकर ही जपनी चाहिए।