Gorakhpur: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रव्यापी समारोह के तहत ‘एकता यात्रा’ को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर-प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में वंदे मातरम गाना अनिवार्य किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वंदे मातरम’ का विरोध का विरोध हमारे देश के विभाजन का कारण था।
पढ़ें :- भाजपा को आज वंदे मातरम् की याद आई, कांग्रेस के रग-रग में बसा है वंदे मातरम् : प्रमोद तिवारी
गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘लौह पुरुष’ के सम्मान में 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस घोषित किया है। ‘एकता यात्रा’ राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने के हमारे सामूहिक संकल्प का प्रतीक है…” उन्होंने आगे कहा, “हर स्कूल और कॉलेज को गर्व के साथ वंदे मातरम का पाठ और गायन करना चाहिए। हमें उन लोगों की पहचान करनी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो हमारी एकता को कमजोर करते हैं ताकि कोई और ‘जिन्ना’ भारत की अखंडता को चुनौती देने के लिए कभी न उठ सके।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “‘वंदे मातरम’ का विरोध करने का कोई मतलब नहीं है; इसका विरोध हमारे देश के विभाजन का कारण था।” उन्होंने यह भी कहा, “कांग्रेस ने ‘वंदे मातरम’ को सांप्रदायिक बताया और उसमें संशोधन किया। कोई भी धर्म या जाति देश से बड़ी नहीं हो सकती; हमें राष्ट्रीय एकता में बाधा डालने वाली मान्यताओं को त्यागना होगा।”