blue zone diet: इकारिया, ओकिनावा, सार्डिनिया और ओग्लियास्ट्रा समेत कई देश हैं जो ब्लू जोन है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगो के खान पान से प्रेरित होकर नेशनल जियोग्राफिक फेलो और लेखक डैन बेटनर ने ब्लू जोन डाइट को दुनियाभर में प्रस्तुत किया। इसमें मुख्य रुप से उन चीजों को शामिल किया गया है जिनका सेवन वहां रहने वाले लोग करते हैं।
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जो उन्हें एक्टिव लाइफस्टाईल बनाए रखने और लंबे समय तक फिट रहने में हेल्प करता है। ब्लू जोन डाइट में लगभग 95 प्रतिशत हरी पत्तेदार सब्जियां होती हैं। इनमें कैलोरी कम होती है लेकिन फाइबर अधिक पाया जाता है। जिसका सेवन करने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व और एंटी ऑक्सीडेंट पहुंचते है। खासतौर से जो लोग वजन को कम करने या ब्लड शुगर से जूझ रहे हैं उनके लिए फायदेमंद होता है।
अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां और फलियां शामिल करने से संतुलित पौष्टिक आहार बनाए रखता है और अतिरिक्त वजन को कम करने में हेल्प करता है। अगर ब्लू जोन डाइट में रहने वालों की डाइट की बात करें तो सोयाबीन या सूरजमुखी तेल की तुलना में अनप्रोसेस्ड, जैतून का तेल पसंद करते है।
नियमित वेरिएंट की तुलना में एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल का उपयोग वेट लॉस जर्नी में हेल्प कर सकता है। यहां नेचुरल अनाज, फ्रूट्स और सब्जियों की कमी नहीं है। ये लोग कलरफुल हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करते हैं।
अपने फूड को बेहद सिंपल तरीके से खाते हैं। फलीदार सब्जियों की इनके पास कोई कमी नहीं होती। मुख्य भोजन में आमतौर पर ये लोग साबुत अनाज खाते हैं। एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक साबुत अनाज कोलोन कैंसर और हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करता है।
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वहीं ताजे फल इनकी डाइट का मुख्य हिस्सा होते हैं। ड्राई फ्रूट्स में बादाम, अखरोट, पिश्ता आदि मुख्य रूप से शामिल रहते हैं। वहीं फलों में सेब, संतरे, एवोकाडो, स्ट्रॉबेरी आदि की कोई कमी नहीं होती। एनिमल प्रोडक्ट्स में ये लोग मांस-मछलियों का बहुत कम सेवन करते हैं। कुछ लोग सप्ताह में एक दिन बहुत कम मात्रा में एनिमल प्रोडक्ट्स लेते हैं।