Fungal infection in the kidney: शरीर में किसी भी तरह की छोटी मोटी दिक्कत किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। इसलिए शरीर में होने वाली दिक्कतों को नजरअंदाज करने की बजाय चिकित्सीय परामर्श जरुर लें। डायबिटीज एक बेहद आम समस्या है। समय रहते इसे कंट्रोल न किया जाय तो यह शरीर के बाकी अंगो को प्रभावित करने लगती है।
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डायबिटीज के मरीजों (diabetic patients) के लिए शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरुरी है। शुगर लेवल बढ़ने से शरीर के बाकी अंगों पर असर पड़ने लगता है। शुगर बढ़ने पर थकान, चक्कर या देखने में धुधलापन नजर आने लगता है।
लगातार बढ़ी हुई शुगर इम्युनिटी को कमजोर कर देती है जिससे फंगस पनपने लगते है। फंगस सीधे किडनी पर असर डालते है। यह न सिर्फ जानलेवा हो सकता है बल्कि किडनी फेलियर हो सकती है। इसलिए शुगर बार बार बढ रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें। किडनी में फंगस होने पर शरीर में क्या लक्षण नजर आते है आइए जानते है।
शुगर लेनल बढ़ने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में फंगल इंफेक्शन आसानी से शरीर के अंदरुनी अंगों में प्रवेश कर सकते है। खून के रास्ते यह संक्रमण किडनी तक पहुंच सकता है औ वहां सूजन घाव बना सकता है।
किडनी में फंगल इंफेक्शन होने पर व्यक्ति को बार बार बुखार आता है। साथ ही पेशाब में जलन दर्द, कमरके निचले हिस्से में दर्द, पेशाब का रंग गहरा और बद्बूदार होता है। थकान के साथ भूख भी कम लगती है। ऐसे लोग जिनकी इम्युनिटी कमजोर हो ऐसे लोगो को किडनी में फंगल इंफेक्शन का अधिक खतरा रहता है।
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किडनी में फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए सबसे पहले तो डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर को कंट्रोल करें। समय-समय पर किडनी फंक्शन टेस्ट कराना होगा। हाईजीन का विशेष ध्यान रखना, खासकर यूरिन से जुड़ी स्वच्छता का ख्याल रखें।
डायबिटीज को नजरअंदाज करना, सिर्फ गलती नहीं बल्कि एक खतरा है। जब शुगर बढ़ता है तो सिर्फ ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट नहीं बिगड़ती, शरीर के अंदर कई खामोश खतरे जन्म लेने लगते हैं। किडनी में फंगस उन्हीं में से एक है।