U k Court : भारत का भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी पिछले पांच साल से लंदन की कारागार में बंद है । नीरव ने मंलगवार (7 मई) नयी जमानत अर्जी दी, जिसे ब्रिटेन के न्यायधीश ने खारिज करते हुए कहा कि उसके न्याय की पकड़ से भागने का काफी खतरा है। हीरा व्यापारी नीरव भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहा है और भारत को प्रत्यर्पित करने के खिलाफ अपना मुकदमा हार गया था।
पढ़ें :- California Mpox : कैलिफोर्निया में क्लेड1 एमपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि
लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में उसके द्वारा दाखिल की गई जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान वह उपस्थित नहीं हुआ, लेकिन उसका बेटा और दो बेटियां मौजूद थे।
डिस्ट्रिक्ट जज जॉन जानी ने नीरव मोदी की लीगल टीम की इस दलील को स्वीकार कर लिया कि पिछली जमानत अर्जी करीब साढ़े तीन साल पहले दाखिल की गई थी। इतने लंबे समय बाद सुनवाई को आगे बढ़ाने की अनुमति देने के लिए परिस्थितियों में बदलाव आया है।
नीरव मोदी पर चल रहे तीन आपराधिक मामले
नीरव मोदी के बुरे दिनों की शुरुआत साल 2019 में हुई थी । जब पंजाब नेशनल बैंक ने उस पर और उसके मामा मेहुल चोकसी पर बैंक कर्मचारियों की मदद से 13,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही दोनों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा शुरू की गई और 19 मार्च 2019 को उसे होलबोर्न से गिरफ्तार कर लिया गया था ।