UP News: मेडिकल कॉलेजों में हुए फर्नीचर खरीद घोटाले में शामिल अफसरों पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है। लोकायुक्त संगठन ने नोटिस देकर 28 अगस्त को तलब किया है। ऐसे में अब पूर्व आईएएस समेत 6 अफसरों की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही है। दरअसल, ये मामला कन्नोज, बदायूं और सहारनपुर राजकीय मेडिकल कॉलेजों में हुए फर्नीचर खरीद घोटले की है। शिकायत के बाद अब लोकायुक्त संगठन ने नोटिस देकर 28 अगस्त को तलब किया है। इनको शपथपत्र पर जवाब देने के साथ संबंधित दस्तावेज देने के निर्देश भी दिए हैं।
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लोकायुक्त संगठन ने जिनको नोटिस दिया है उसमें तत्कालीन अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अनीता भटनागर जैन, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. बीएन त्रिपाठी और राजकीय निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक आरएन यादव समेत छह अफसर शामिल हैं।
बता दें कि, इंदिरानगर निवासी आस्था श्रीवास्तव की शिकायत पर लोकायुक्त संगठन इस घोटाले की जांच कर रहा है। शिकायत में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव, महानिदेशक स्वास्थ्य, निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक के अलावा सहारनपुर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता अनेजा, बदायूं के प्राचार्य डॉ. एससी मिश्रा और अपर निदेशक चिकित्सा डॉ जीके अनेजा का नाम शामिल हैं।
एक रिपोर्ट की माने तो, डॉ. बीएन त्रिपाठी के पास कन्नौज मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का अतिरिक्त कार्यभार भी था। शिकायतकर्ता आस्था श्रीवास्तव ने लोकायुक्त संगठन में शिकायत की थी कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों ने उच्चाधिकारियों के साथ साठगांठ करके करोड़ों रुपये के फर्नीचर की नियम विरुद्ध खरीद की। वहीं, अब लोकायुक्त संगठन ने नोटिस में पूछा है कि फर्नीचर खरीदने के लिए शासन से क्या अनुमति ली गई थी।
फर्मों पर भी कस सकता है शिकंजा
बताया जा रहा है कि, जिन फर्मों के द्वारा मेडिकल कॉलेज में फर्नीचर खरीदे गए हैं, उन पर भी शिकंजा कस सकता है। लोकायुक्त संगठन ने अफसरों को नोटिस दिया है। बताया जा रहा है कि, जल्द ही फर्नीचर खरीद में शामिल फर्मों पर भी इसको लेकर कार्रवाई की जाएगी।
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