लखनऊ। लंबे इंतजार और बेकरारी के बाद मानसून ने फिर गति पकड़ी है। देश के दक्षिण-पूर्व और उत्तर-पश्चिम दोनों हिस्सों में चार चक्रवातीय स्थिति बन चुकी है, जहां से बड़ी मात्रा में नमी लेकर हवाएं आगे बढ़ रही हैं। वर्तमान मौसमी परिदृश्य में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव तथा पुरवा के साथ प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप उत्तरी तराई इलाकों में तड़ित झंझावात के साथ 19 जून से शुरू होने वाली हल्की से मध्यम बारिश के दौर से उत्तरी तराई इलाकों में लू से प्रचंड लू की स्थिति से राहत मिलने के आसार है। दिल्ली में प्रचंड गर्मी का असर बुधवार शाम से ही कम होने लगेगी। एक विराम के बाद मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल हुई हैं।
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वहीं, मध्यवर्ती और दक्षिणी हिस्सों में तीव्रता में उत्तरोत्तर कमी के साथ आगामी 3-4 दिनों तक जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि राजधानी लखनऊ में भी भीषण लू से उष्ण रात्रि की स्थितियां मंगलवार को भी बनी रहीं और इसके आगामी 3-4 दिनों के दौरान उत्तरोत्तर कमी के साथ जारी रहने की संभावना है।
बुधवार को प्रदेश के दोनों हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही प्रदेश के अधिकतर जिलों में लू चलने के भी आसार जताए गए हैं। 46.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ उरई जहां प्रदेश का सबसे गर्म दिन रहा है। वहीं 35.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ कानपुर की रात प्रदेश में सबसे गर्म रही है। वहीं साल 1998 के बाद जून महीने में लखनऊ में रात इतनी गर्म हुई और 32.6 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ बीती रात राजधानी लखनऊ के प्रेक्षण इतिहास (1950-2024) में जून महीने की तीसरी सबसे गर्म रात रही है। वहीं, प्रदेश के कई इलाकों में बारिश जैसी स्थिति बनने से भीषण गर्मी पर ब्रेक लगने की उम्मीद बनती दिखने लगी है।