नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए साल के मौके पर प्रदेशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा कि, यह आंग्ल वर्ष 2026 में प्रवेश का समय है। 2025 का वर्ष टेक्नोलॉजी, एआई व डेटा में नवाचार के नए मापदंड स्थापित करने के लिए स्मरण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश भविष्योन्मुखी विकास के नए मानक गढ़ रहा है। आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि प्रदेश के डिजिटल भविष्य को दिशा देने और निवेश का केंद्र बनाने में सरकार को आशातीत सफलता मिल रही है।
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उन्होंने आगे लिखा, निवेश तभी सुरक्षित रह सकता है, जब समाज और राज्य सुरक्षित हों। प्रदेश में सुशासन के राज ने विश्व भर में ‘ब्रांड यूपी’ को सशक्त किया है। उत्तर प्रदेश अब निवेशकों के विश्वास का राज्य बन गया है। लखनऊ और नोएडा में एआई सिटी बसाने की तैयारी है। जेवर में ₹3,700 करोड़ से सेमीकंडक्टर यूनिट का निर्माण हो रहा है।
मेरे सम्मानित प्रदेश वासियों,
यह आंग्ल वर्ष 2026 में प्रवेश का समय है। 2025 का वर्ष टेक्नोलॉजी, एआई व डेटा में नवाचार के नए मापदंड स्थापित करने के लिए स्मरण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश भविष्योन्मुखी विकास के नए मानक गढ़ रहा है।
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— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 30, 2025
‘स्वदेशी सेंटर, सुरक्षित डेटा को ध्यान में रखकर बनी डेटा सेंटर नीति की सफलता दिखने लगी है। 5 हाइपरस्केल डेटा सेंटर पार्क का व्यावसायिक उपयोग प्रारंभ हो चुका है। डेटा सेंटर क्षेत्र में ₹30,000 करोड़ के निवेश का लक्ष्य है। 9 शहरों में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क स्थापित किए गए हैं। ड्रोन, रोबोटिक्स और मोबाइल उत्पादन में भी हम नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। ‘एआई प्रज्ञा’ के माध्यम से 10 लाख नागरिकों को एआई प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हजारों नई नौकरियां सृजित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, मैं चाहूंगा कि मेरे युवा साथी वर्ष 2026 के लिए एक विशेष संकल्प लें। आप अपने आसपास 5 बच्चों को कंप्यूटर और एआई के विषय में जागरूक करें। हर सप्ताह कम से कम एक घंटा ‘ज्ञानदान’ के लिए निकालें। सरकार और आपका प्रयास संयुक्त रूप से न केवल विकसित उत्तर प्रदेश के सपने को पूरा करेगा, अपितु यूपी को विज्ञान-प्रौद्योगिकी की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगा।