नई दिल्ली। भारत ने जब से ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज में पटखनी दी है। ऑस्ट्रेलिया के टीम में उथल-पुथल मच गई है। टीम उस स्थिती में है जहां चुनावों में हार के बाद अक्सर राजनितिक पार्टीयां चली जाती है। जहां लागातार असहमतियों का दौर शुरू हो जाता है और यहीं से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगने लगते हैं। ऐसे ही एक खबर आ रही है ऑस्ट्रेलिया से जहां खिलाड़ियों ने हेड कोच जस्टिन लेंगर के कोचिंग शैली पर ही प्रश्न उठा दिया है।
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खिलाड़ियों को उनकी कोचिंग शैली रास नहीं आ रही है। सिडनी मार्निंग हेराल्ड के अनुसार, लेंगर की मैनेजमेंट शैली अच्छी नहीं है। वे बेवजह छोटी छोटी चीजों पर दबाव बनाते है और उनका मूड बार बार बदलता रहता है। वो तीनों फार्मेट की जिम्मेदारीं संभाल नहीं पा रहे हैं। कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि लेंगर बात बात में मीनमेख निकालते है। उन्होंने भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट में लंच के दौरान गेंदबाजों को निर्देश थमा दिया और बता दिया कहां गेंदबाजी करनी है।
हालांकि लेंगर ने इन खबरों का खण्डन किया है। उन्होंने कहा कि उनके और खिलाड़ियों के रिश्तों में कोई मनमुटाव नहीं आया है। ये बात गलत है। उन्होंने आगे कहा, कोचिंग कोई लोकप्रियता का पेशा नहीं है। खिलाड़ी अगर ये चाह रहें हो की हर समय कोई उन्हें हसाता रहें तो ये संभव नहीं है। मैं तो गेंदबाजों के बीच में भी नहीं पड़ता ये काम तो गेंदबाजी कोच का है। टीम के मौजूदा खिलाड़ियों को लेंगर से ज्यादा सहायक कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड अच्छे लगते है।