नई दिल्ली। हमेशा अपने बयानों विवादों के कारण सुर्खियों में रहने वाले कथावाचक अनिरुद्धाचार्य इस बार बुरी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। महिलाओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूपी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान भड़क गई हैं। उन्होंने कहा कि अनिरुद्धाचार्य की ओर से की गई टिप्पणी का घोर विरोध करती हूं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को लेकर बेहद हल्की और घटिया बात की है। वृंदावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर कांग्रेस ने भी हमला बोला है। कथावाचक ने युवतियों की शादी को लेकर विवादित बयान दिया था।
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यूपी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने कहा कि इनकी कथाओं को 80 प्रतिशत महिला सुनने आती हैं। उसके बाद भी महिलाओं को लेकर ऐसी बात कर रहे हैं। बबिता चौहान ने अनिरुद्धाचार्य को लेकर कहा कि या तो इन्हें बुद्धि नहीं है या फिर कम उम्र में इतनी ज्यादा शोहरत मिल गई है, तभी समझ नहीं आ रहा कि इसका कैसे उपयोग करें। ये विनाश काले विपरीत बुद्धि है। महिलाओं के लिए इससे ज्यादा घटिया शब्दों का चयन नहीं हो सकता है। माफी मंगाने से काम नहीं चलेगा, इसका संज्ञान लेकर इन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। आज बेटियां आंगन से अंतरिक्ष तक उड़ान भर रही हैं। बेटियों के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
वहीं यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने अनिरुद्धाचार्य का महिलाओं के प्रति दिए गए बयान को बहुत ही निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस ऐसे लोगों का बचाव करती है जो महिलाओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करते हैं, क्योंकि भाजपा और आरएसएस महिलाओं का सम्मान नहीं करती, उन्हें महिलाओं का अपमान करने वाले पसंद हैं।
क्या था बयान?
बता दें कि कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि लड़कियों की शादी 25 साल से पहले हो जानी चाहिए, वरना उनके 4-5 ब्वॉयफ्रेंड बन जाते हैं। जिससे उनके वैवाहिक जीवन पर असर पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और आज की जीवनशैली लड़कियों के जीवन में अस्थिरता ला रही है, इसलिए मां-बाप को समय रहते बेटियों की शादी तय कर देनी चाहिए। बाद में कथावाचक ने अपने इस बयान को एआई जेनरेटड बताया था।
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रिपोर्ट : सतीश सिंह