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योगी जी परिषदीय विद्यालयों में डिजिटाईजेशन का आदेश पूर्ण रूप से अव्यवहारिक, OPS बहाली की मांग उठाई : BJP MLA प्रेम नरायन पांडेय

By संतोष सिंह 
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गोण्डा। यूपी के गोण्डा जिले की तरबगंज विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शिक्षक संघर्ष समिति गोण्डा द्वारा प्रेषित संलग्न ज्ञापन का सन्दर्भ ग्रहण करने की मांग की है। श्री पांडेय ​ने लिखा कि  महानिदेशक, बेसिक शिक्षा विभाग के आदेश पत्रांक गुण०वि०/ टाईम एण्ड मोशन/2290/2024-25 दिनांक 18 जून के द्वारा प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। 25 जून से प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में छात्र उपस्थित व मध्यान्ह भोजन पंजिका का डिजिटल रूप में ही उपयोग की जायेगी। समस्त पंजिकांए 15 जुलाई से डिजिटल रूप में अद्यतन की जायेगी। शिक्षकों ने अवगत कराया कि परिषदीय विद्यालय ज्यादातर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है, जहां नेटवर्क के साथ-साथ आवागमन में भी काफी कठिनाई होती है। शिक्षकों द्वारा मौखिक रूप से डिजिटाईजेशन से कई तरह की होने वाली कठिनाईयों को भी संज्ञान में लाया गया है।

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विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने कहा कि डिजिटाईजेशन का यह आदेश पूर्ण रूप से अव्यवहारिक है। शिक्षकों द्वारा परिषदीय विद्यालयों के डिजिटाईजेशन से पूर्व निम्नलिखित आवश्यक मांगों / सुझावों को पूर्ण कराने का अनुरोध किया है। सभी की पुरानी पेंशन पुनः बहाल की जाय। बेसिक शिक्षा विभाग में कई सालों से लम्बित प्रमोशन प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए, ट्रांसफर, शिक्षकों को कैशलेश इलाज सहित अन्य आवश्यक मांगों को पूर्ण किया जाये।

श्री पांडेय ने लिखा कि शिक्षकों को अर्द्ध दिवस का आकस्मिक अवकाश अनुगन्य किया जाये। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा पूर्व में प्रदत्त व्यवस्था के अनुरूप विद्यालय में तीन दिन विलम्ब से उपस्थित होने की दशा में शिक्षकों का एक आकस्मिक अवकाश समायोजित किया जाये। परिषदीय शिक्षकों हेतु अर्जित अवकाश अनुगन्य किये जायें, जिससे वह भी अपने सामाजिक एवं पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन कर सकें।

विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने कहा कि परिषदीय शिक्षकों को 30 ई एल की सुविधा प्रदान की जाये। परिषदीय शिक्षकों को शिक्षण कार्य के अलावा समस्त गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाये एवं विद्यालय की सूचनाओं हेतु समस्त विद्यालयों में लिपिक की व्यवस्था की जाये। परिषदीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के संचालन से शिक्षकों को मुक्त रखा जाय। विभाग में समय से स्पष्टीकरण देने के बावजूद समय से पूर्व ही आनलाईन माध्यम से शिक्षकों के चेतन की कटौती की जा रही है जिससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। शिक्षकों के स्पष्टीकरण के आधार पर ही कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

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श्री पांडेय ने लिखा कि योगी जी शिक्षक ही देश व समाज के निर्माण की नींव हैं। ऐसे में शिक्षक संघर्ष समिति गोण्डा के द्वारा प्रस्तुत मांगपत्र व ज्ञापन मूलरूप में संलग्न कर इस अनुरोध के साथ प्रेषित है कि मॉगपत्र/ज्ञापन में चर्चित बिन्दुओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये डिजिटाईजेशन से पूर्व शिक्षकों द्वारा की गयी उपरोक्त गांगों का स्थायी समाधान कराने की कृपा करें।

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