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दौरा करने वाली टीम फंसे हुए विमान की स्थिति का आकलन करेगी, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि क्या इसकी स्थानीय स्तर पर मरम्मत की जा सकती है या इसे तोड़कर वापस यूनाइटेड किंगडम ले जाने की आवश्यकता है। 24 लोगों की टीम में ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के 14 तकनीकी विशेषज्ञ और 10 क्रू मेंबर शामिल थे।
खबरों के अनुसार,एयरबस ए400एम एटलस स्थानीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे वापस उड़ान भरेगा, लेकिन ब्रिटिश विशेषज्ञ एफ-35बी लड़ाकू विमान के निरीक्षण और मरम्मत के लिए केरल में ही रुकेंगे।
खबरों के अनुसार, ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि विमान, जो यूके रॉयल नेवी के एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, में एक “इंजीनियरिंग समस्या” (“Engineering problem”) विकसित हुई, जिसके कारण अनिर्धारित लैंडिंग हुई। 110 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के इस जेट को अब हवाई अड्डे के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सुविधा में ले जाया जाएगा। वर्तमान में, विमान एक खाड़ी में खड़ा है और एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स ( HMS Prince of Wales) की छह सदस्यीय टीम द्वारा इसकी सुरक्षा की जा रही है।