Ahemadabad Plane Crash : हादसों की आंधी में सब कुछ उजड़ जाता है। अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसा भी अपनी आंच में अर्जुनभाई मनुभाई पटोलिया का सब कुछ राख कर दिया और पीछे छोड़ गया दो नन्हीं जिंदगियों की दर्दनाक कहानी और दुख के अंधेरे को। गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार, 12 जून को एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट क्रैश हुई, जिसमें विमान में सवार 241 लोगों की जान चली गई। AI- 171 फ्लाइट में एक ऐसा शख्स भी बैठा था जिसके ऊपर 7 दिन पहले ही दुखों का पहाड़ टूटा था। लंदन में रहने वाले अर्जुनभाई मनुभाई पटोलिया की पत्नी की 7 दिन पहले मौत हुई थी और वो भारत में उसकी अस्थियां विसर्जित करने आए थे। ऐसे में पहले मां की मौत और अब पिता की भी मौत होने से उनकी 8 और 4 साल की 2 मासूम बच्चियां अनाथ हो गई हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। अब अकेली रह गई हैं।
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अर्जुन भाई की पत्नी का 7 दिन पहले लंदन में देहांत हो गया था। उनकी पत्नी की आखिरी इच्छा थी कि उसकी अस्थियां गुजरात के अमरेली जिले में उसके मायके में उसके पैतृक गांव में बने तालाब या नदी में प्रवाहित की जाएं।
अर्जुन भाई अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए ही भारत आए थे। पत्नी की आखिरी इच्छा उन्होंने पूरी भी कर दी, लेकिन वापस लंदन लौटते समय वे हादसे का शिकार हो गए। अर्जुन भाई की मौत होने की खबर मिलते ही लंदन और भारत दोनों जगह उनके परिवार में मातम पसर गया है। परिजनों का कहना है कि शायद नियति को यही मंजूर था।
बता दें कि बीते दिन गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश हो गई थी। फ्लाइट ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी कि विमान एयरपोर्ट के पास गिर गया। हादसे में विमान में सवार 229 पैसेंजर्स और 12 क्रू मेंबर्स मारे गए। मृतकों की सूची में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम भी शामिल है।