Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर निशाना, बोले-ये सरकार किसानों की नहीं बल्कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों की है

अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर निशाना, बोले-ये सरकार किसानों की नहीं बल्कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों की है

By शिव मौर्या 
Updated Date

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि, पहले चरण के चुनाव से ही हवा कुछ और चल रही है। जो खबरें मिल रही जिस तरह का माहौल दिखाई दे रहा, इस बार पश्चिम से हवा से चल रही हैं और इस बार पश्चिम की हवा भारतीय जनता पार्टी का सूपड़ा साफ कर देगी।

पढ़ें :- बीजेपी बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को ख़त्म कर मनुवादी सोच पर आधारित बनाना चाहती है नया संविधान  : जयराम रमेश

उन्होंने कहा कि, समाजवादी सरकार ने युवाओं को लैपटॉप देकर के डिजीटल डिवाइड को खत्म करने का काम किया था। इस बार भी अगर युवाओं ने मदद किया तो आपको खराब वाला राशन नहीं, हम आपको पौष्टिक आटा और डाटा भी देंगे। साथ ही कहा, ये सरकार किसानों की नहीं हैं ये सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों की है। यह सरकार हमारे गरीब किसानों की नहीं है, अगर गरीब किसानों की सरकार होती तो हमारे किसानों का भी कर्जा माफ करती, हमारे किसानों को एमएसपी दे देती। जैसे ही INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी किसानों का कर्जा माफ करेंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि, जब से बीजेपी की सरकार देश में आई है पूरे देश में 1 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। जो आत्महत्याएं की किसानों ने कोई मदद इस सरकार ने नहीं की है। जो हमारे किसान 3 काले कानून के खिलाफ लड़े शहीद हो गए उनकी कोई मदद इस सरकार ने नहीं की। उन्होंने आगे कहा कि, ये जो सरकार नारा दे रही है 400 पार, इन्हें पता नहीं है मुजफ्फरनगर, कैराना, मेरठ, बिजनौर, नगीना, सहारनपुर नारा लग रहा है, 400 हार। सोचिए जिस सरकार के खिलाफ किसान और नौजवान खड़ा हो जाए तो वो सरकार निपट जाएगी कि नहीं निपट जाएगी।

साथ ही कहा, 80 परसेंट नौजवान बिना नौकरी का है, बताओ जब युवा बिना रोजगार और बिना काम के होगा तो उसकी शादी कहां से होगी? ये बीजेपी वाले नहीं चाहते हैं कि हमारे नौजवान का भविष्य बेहतर हो, उनके सपने पूरे हों। पहले जुमला लेकर आए थे, अब गांरटी लेकर आ गए हैं। अगर जुमला और गांरटी भाई-भाई हैं, तो जुमले से गांरटी 10 साल बड़ा भाई है।

 

पढ़ें :- परकला प्रभाकर ने इंटरव्यू ने पीएम मोदी की बढ़ाई टेंशन, बोले- NDA बहुमत के आंकड़े रहेगा काफी दूर
Advertisement