लखनऊ। नोटबंदी के आठ साल पूरा होने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा, आज नोटबंदी की 8वीं सालगिरह के ठीक एक दिन पहले ही, कल रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे कमज़ोर स्थिति में आ गया। भाजपा ने अर्थव्यवस्था को अनर्थव्यवस्था बना दिया है।
पढ़ें :- 'बंटोगे तो लुटोगे' बीजेपी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, वो तो नहीं हुआ, कर्ज जरूर दोगुना हो गया : राकेश टिकैत
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में नोटबंदी के नाम पर एक पूरे-का-पूरा अध्याय सिर्फ़ काले रंग से ही छापा जाएगा। आज नोटबंदी की 8वीं सालगिरह के ठीक एक दिन पहले ही, कल रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे कमज़ोर स्थिति में आ गया। जनता पूछ रही है क्या ये नोटबंदी की नाकामयाबी की वजह से हुआ या भाजपा की नकारात्मक नीतियों की वजह से।
भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में नोटबंदी के नाम पर एक पूरे-का-पूरा अध्याय सिर्फ़ काले रंग से ही छापा जाएगा।
आज नोटबंदी की 8वीं सालगिरह के ठीक एक दिन पहले ही, कल रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे कमज़ोर स्थिति में आ गया। जनता पूछ रही है क्या ये नोटबंदी की नाकामयाबी की वजह से हुआ या…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 8, 2024
पढ़ें :- पीडीए समाज ने ठान लिया है बाबासाहेब और उनके संविधान को अपमानित और ख़ारिज करने वालों को हमेशा के लिए सत्ता से हटा देंगे : अखिलेश यादव
उन्होंने आगे लिखा, अब क्या भाजपाई फिर ये कहेंगे कि देश के इतिहास में रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे निचले स्तर पर पहुँचकर ‘रिकार्डतोड़’ नहीं गिरा है बल्कि डॉलर ऊपर उठा है। भाजपा ने अर्थव्यवस्था को अनर्थव्यवस्था बना दिया है। रुपया कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
डरे हुए इंसान की सबसे बड़ी पहचान होती है उसकी नकारात्मक बातें। जिनके पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं होती वो दूसरों की बात करते हैं। नकली मुस्कान असलियत नहीं झुपा सकती।
अगर प्रतिशत में समझो तो ‘सौ की सौ’
भाजपा उपचुनाव में हार रही ‘नौ की नौ’— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 8, 2024
पढ़ें :- विपक्ष के समर्थकों के वोट काटने का कुत्सित खेल सिर्फ़ एक चुनाव क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर जगह खेला जा रहा : अखिलेश यादव
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक और पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, डरे हुए इंसान की सबसे बड़ी पहचान होती है उसकी नकारात्मक बातें। जिनके पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं होती वो दूसरों की बात करते हैं। नकली मुस्कान असलियत नहीं झुपा सकती। अगर प्रतिशत में समझो तो ‘सौ की सौ’…भाजपा उपचुनाव में हार रही ‘नौ की नौ’…