Boeing Strike : अमेरिकी एयरोस्पेस दिग्गज बोइंग बोइंग कंपनी के 3,200 कर्मचारियों काम छोड़ कर हड़ताल पर चले गए है। कंपनी के सेंट लुईस क्षेत्र के रक्षा कारखानों में लगभग तीन दशकों में पहली हड़ताल के लिए तैयार है, क्योंकि यूनियन सदस्यों ने कंपनी के संशोधित अनुबंध प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। एक नए अनुबंध पर मतभेद के चलते कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल का असर F-15 और F/A-18 जैसे सैन्य विमानों के उत्पादन पर पड़ेगा। यूनियन नेताओं ने कर्मचारियों के लिए उचित मुआवजा और सम्मान की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है।
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एयरोस्पेस दिग्गज के फाइटर जेट और अन्य महत्वपूर्ण विमानन उपकरणों के निर्माण पर असर पड़ा है। ये कर्मचारी मुख्य रूप से कंपनी के डिफेंस सेक्टर में काम करते हैं, जहां वे विमान और स्ट्राइक सिस्टम की डिजाइनिंग, असेंबली और मेंटेनेंस करते हैं। यह हड़ताल लेबर कॉन्ट्रैक्ट को लेकर असहमति के कारण शुरू हुई है, जो रविवार रात से प्रभावी है।
हड़ताल बोइंग के प्रस्तावित चार साल के अनुबंध से असंतोष के इर्द-गिर्द केंद्रित है। इसमें जिसमें 20% सामान्य वेतन वृद्धि, 5,000 डॉलर का अनुसमर्थन बोनस, और बेहतर छुट्टियों और बीमारी की छुट्टियों के वादे शामिल थे। बोइंग का दावा था कि इस प्रस्ताव से औसत वेतन में 40% की वृद्धि होगी, लेकिन इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ मशीनिस्ट्स एंड एयरोस्पेस वर्कर्स (International Association of Machinists and Aerospace Workers) डिस्ट्रिक्ट 837 के सदस्य इससे सहमत नहीं थे। उनका तर्क था कि संशोधित सौदा लगभग पहले वाले संस्करण जैसा ही है जिसे पहले ही अस्वीकार कर दिया गया था।
बोइंग की स्थापना 1916 में हुई थी और यह दुनिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है। कंपनी वाणिज्यिक विमान जैसे 737, 747, 787 के साथ-साथ फाइटर जेट, सैटेलाइट और मिसाइल सिस्टम भी बनाती है। इसका मुख्यालय शिकागो, अमेरिका में स्थित है। वैश्विक विमानन और रक्षा उद्योग में बोइंग का एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो विश्वभर के देशों के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और उपकरण प्रदान करता है।