Benefits of Triphala: आयुर्वेद में कई तरह की औषधियों का जिक्र है। जिसमें से एक है त्रिफला। इसका इस्तेमाल कई औषधियों में किया जाता है जो कई बीमारियोों से बचाता है। त्रिफला (Triphala) को बनाने के लिए आंवला, हरीतिका यानी हर्र और बीभितिका यानी बहेड़ा को मिलाकर बनाई जाती है।
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आयुर्वेद में इस औषधी के कई फायदों के बारे में बताया गया है। त्रिफला (Triphala) का सेवन करने से पाचन बेहतर होता है। जिन लोगो को पाचन से संबंधित दिक्कतें रहती हैं उन्हें इसका सेवन करना चाहिए।
यह पाचन को तो बेहतर करता ही है साथ में भूख को कंट्रोल करता है और
में भी आराम पहुंचाता है। त्रिफला में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाये जाते हैं। साथ ही ये बॉडी को डिटॉक्स भी करता है। त्रिफला (Triphala) खाने से कब्ज की दिक्कत भी दूर होती है और पेट साफ होता है।
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इसके अलावा त्रिफला (Triphala) चूर्ण को अगर नियमित रुप से खाया जाए तो हार्मोंस की परेशानियां ठीक रहती है। साथ ही आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ के लिए भी फायदेमंद बताया गया है।
त्रिफला (Triphala) का सेवन करने से इम्युनिटी बेहतर होती है। नियमित त्रिफला का सेवन करने से हार्ट से संबंधित दिक्कतें नहीं होती है। साथ में हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ने से रोकता है। लिवर की दिक्कतों में भी आराम देता है। त्रिफला बेहतरीन ब्लड प्यूरीफायर का भी काम करता है। साथ ही वजन को भी नियंत्रित करता है।