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Cough Syrup Case: अखिलेश, बोले-बिना किसी दबाव के असली गुनाहगारों को पकड़िए, प्रधान-नगरी वाराणसी का ये हाल तो बाक़ी सब समझ सकते हैं?

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि वाराणसी में कफ़ सिरप मामले में दिखाने के दांत नहीं, असली खाने वाले दांत दिखाइए और असली गुनाहगारों को बिना किसी दबाव के पकड़िए। उन्होंने लिखा कि देश की प्रधान-नगरी का ये हाल है तो बाक़ी का क्या होगा सब समझ सकते हैं?

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उन्होंने लिखा कि वाराणसी में कफ़ सिरप में ये ऊपरी खुलासा हुआ कि जांच के दायरे में घिरी 70 फर्मों में से 50 फ़र्ज़ी हैं। लाइसेंस इश्यू करनेवालों की भूमिका दोषपूर्ण है। ⁠टैक्स विभाग संलिप्त है। अखिलेश यादव ने बताया कि ईवे बिल का महाघपला है। ⁠अनुभव पत्र निराधार है। झूठे दस्तावेज़ संलग्न किये गये हैं। ⁠नक़ली लेन-देन का अंबार है। ⁠हवाला का गुजराती कनेक्शन है। मनी लॉन्ड्रिग की कई परते हैं।

उन्होंने लिखा कि ⁠वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, सोनभद्र, ग़ाज़ियाबाद, हापुड़, बिहार से लेकर विदेशों तक तार जुड़े हैं। अखिलेश ने कहा कि उप्र ही नहीं अब तो पूरे देश की जनता इस बात को लेकर चिंतित है कि ये तो वो दवा है जिसका राज़ खुल गया है, अभी तो न जाने ऐसी कितनी और तथाकथित दवाएं होंगी जो दरअसल ज़हरीली हैं या नशे के विकल्प के रूप में बेची जा रही होंगी, जिनके सेवन से देश के नागरिकों का जीवन ख़तरे में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ये है भाजपाई कालेधन की समाप्ति के महादावे और नोटबंदी का सच। भाजपा राज में भाजपाइयों का हिस्सा तय है, इसीलिए पूरा देश ही ‘महा-भ्रष्टाचारमय’ है।

मर्जी और पर्ची वाली सरकार पर अखिलेश यादव का बड़ा वार

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अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ दूसरे पोस्ट पर में लिखा कि ‘मर्ज़ी और पर्ची’ ही जिस पार्टी के संगठन और सरकार का आधार हो। वहां मौन रहने में ही अपना सम्मान है। जहां पूरी की पूरी कैबिनेट बदल दी जाती है, वहां कोई ग़लतफ़हमी में किसी तरह की बयानबाज़ी न करें और न ही किसी समाज को सार्वजनिक चेतावनी देकर धारावाहिक रूप से अपमानित करें। उन्होंने कहा कि समाज से राजनीति है, राजनीति से समाज नहीं। वो याद रखें सम्मान करने से ही सम्मान मिलता है, पदनाम से नहीं। भाजपा जाए तो सम्मान आए।

सरकार केवल टैक्स वसूलने के लिए नहीं होती है उसकी पहली ज़िम्मेदारी देश और नागरिकों की सुरक्षा होती है : अखिलेश यादव

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अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ तीसरे पोस्ट में लिखा कि बच्चों द्वारा खेल-खेल में कार्बाइड गन का इस्तेमाल करने से आंख की रोशनी जाने का समाचार बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी वस्तुओं को बिना जांचे-परखे बनाने और बेचने की अनुमति नहीं देनी चाहिए जिसमें किसी भी तरह के ख़तरनाक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है या जो मैकेनिकली इस तरह बनाई जाती हैं या जिनकी पैकिंग ऐसी होती है, जिनसे घायल होने की आशंका हो।

उन्होंने कहा कि सरकार केवल टैक्स वसूलने के लिए नहीं होती है उसकी पहली ज़िम्मेदारी देश और नागरिकों की सुरक्षा होती है। कमीशनख़ोरी के चक्कर में आंख बंद करके किये जा रहे आयात और देश में बन रहे हानिकारक घातक उत्पादों पर सरकार की कड़ी नज़र होनी चाहिए। कमीशन खाकर काले-कारोबारियों को मनचाही खुली लूट की छूट देने का भाजपाई गोरखधंधा हर हाल में बंद होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कार्बाइड गन पीड़ितों को उच्चतम स्तर का इलाज उपलब्ध कराए और मुआवज़ा भी दे और सभी दोषी आयातकों या स्थानीय उत्पादकों और अनुमति देने वाले मंत्रालय, विभाग और अधिकारियों के ख़िलाफ़ सख़्त दंडात्मक कार्रवाई करे।

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‘सत्ताधारी किसी का सम्मान नहीं कर सकते, तो अपमान भी न करें’

राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ लिखा कि जिन्हें ‘अनुशासनहीन’ कहकर अपमानित की जानेवाली लिखित-मौखिक चेतावनी सरेआम दोहराई जा रही है, वो ही इन धमकी देनेवाले दंभी सत्ताधारियों को ‘शासनहीन’ कर देंगे।

लगता है अंहकारी सत्ता सरयू के पावन जल में खड़े होकर ली गयी शपथ का परिणाम भूल गयी है।
सत्ताधारी किसी का सम्मान नहीं कर सकते, तो अपमान भी न करें।

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