लखनऊ। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mafia Don Mukhtar Ansari ) की मौत को लेकर यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार (UP DGP Prashant Kumar) ने पहली बार बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक (Heart Attack) के चलते हुई है, हालांकि उसकी मौत की न्यायिक जांच (Magisterial Inquiry) चल रही है। डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने बताया कि मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari ) पहले से बीमार चल रहा था। उसे बेहतर इलाज के लिए अच्छे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पढ़ें :- Mikhail Kavelashvili : पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी मिखाइल कावेलाशविली बने जॉर्जिया के राष्ट्रपति
डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने कहा कि पहले तो हम आपको स्पष्ट कर दें कि मुख्तार अंसारी मौत मामले में जो भी घटना हुई है वह ज्यूडिशल कस्टडी (Judicial Custody) में हुई है। जेल में मौत हुई है। जेल और पुलिस का कोई डायरेक्ट लेना-देना नहीं है। मुख्तार को पिछले डेढ़ सालों में आठ बार सजा हुई। मुख्य माफियाओं में से चिन्हित था। 40 साल का आपराधिक इतिहास है। जब भी जेल में मुख्तार को मेडिकल की आवश्यकता हुई, उसे दिलवाई गई। मुख्तार को बेस्ट मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा कोर्ट में भी पेपर्स हैं कि हृदय की बीमारी से वह पीड़ित था और उसकी मौत हार्ट अटैक (Heart Attack) से हुई है। आगे इसमें मजिस्ट्रियल जांच चल रही है।
वहीं मुख्तार के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप को लेकर डीजीपी प्रशांत ने कहा कि ‘लोकतंत्र है कोई कुछ भी कह सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि इसमें शक की कोई बात नहीं है। कोई व्यक्ति कितनी देर तक अस्पताल में रहेगा। वह डॉक्टर के कहने पर होता है। किसी भी अधिकारी के कहने से नहीं होता है। किसी को अगर कोई डाउट है तो जांच चल रही है जाकर अपना बयान दें।
वहीं प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला प्रदेश है। यहां से कुल 80 लोकसभा सदस्य चुनकर जाते हैं। ऐसी स्थिति में इतने बड़े प्रदेश में, सोशल, इकनोमिक डाइवर्सिटी (Social, Economic Diversity) वाले प्रदेश में बहुत मुश्किल होता है। जो हमारे फेवर में है वह हमारा सबसे बड़ा सिविल फोर्स है। चुनाव के दौरान हमें बाहर से भी फोर्स प्राप्त हुआ है। अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति (Zero Tolerance Policy) से सुखद परिणाम आए हैं। उत्तर प्रदेश का कानून मॉडल का उदाहरण हर जगह दिया जाता है।
डीजीपी प्रशांत कुमार (DGP Prashant Kumar) ने कहा कि लोकसभा का सामान्य निर्वाचन (General Election of LokSabha) अभी चल रहा है, जो भी हमें आदेश निर्वाचन आयोग से मिलता है हम उसका पालन करवाते हैं। जिस दिन से मॉडल कोड आफ कंडक्ट (Model Code of Conduct) लगा है उस दिन से इसका पालन कराया जा रहा है। ऑब्जर्वर, विशेष ऑब्जर्वर सब आ चुके हैं यहां पर. 19 तारिख को फर्स्ट फेज का चुनाव है। 1,62000 टोटल बूथ हैं। चुनाव आयोग के निर्देश पर सब काम किया जा रहा है। फर्स्ट फेस के 8 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। हमारी अंतर्राष्ट्रीय सीमा भी 550 किलोमीटर से अधिक की है। इस पूरे बॉर्डर को सील करना, वहां पुलिस की स्थापना करना, यह हमारे लिए बड़ा टास्क है। पूरी तरीके से निष्पक्ष हिंसा रहित चुनाव कराने के लिए हम संकल्पित है।