ways to get rid of stretch marks: कई महिलाओं को डिलीवरी के बाद पेट पर होने वाले स्ट्रेच मास्क (stretch marks) की बहुत टेंशन होती है। इन निशानों से छुटकारा पाने के लिए पता नहीं क्या क्या जतन करती हैं। पर ये निशान पीछा नहीं छोड़ते है। दरअसल, प्रेगनेंसी में पेट के निचले हिस्से, ब्रेस्ट, कूल्हों और जांघों पर जो लकीरों की तरह निशान बनती हैं, उसका कारण प्रेगनेंसी में बच्चे की ग्रोथ के दौरान पेट बढ़ना होता है।
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इसकी वजह से स्किन की ऊपरी और निचली परत में खिंचाव आता है। इससे कोलेजन फट जाता है और स्ट्रेच मार्क्स बन जाता है। अधिकतर महिलाएं इन निशानों से परेशान रहती हैं। इसकी वजह से वे तरह तरह की क्रीम और उपायों को ट्राई करती है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों को बताने जा रहे हैं जिन्हें प्रेगनेंसी के दौरान ही फॉलो किया जाय तो डिलीवरी के बाद स्ट्रेच मार्क्स की समस्या नही होगी।
डिलीवरी के बाद स्ट्रेच मार्क्स न पड़े इसके लिए स्किन पर नमी बना कर रखें। इसके लिए पहली तिमाही से ही स्किन पर कैस्टर ऑयल या फिर नारियल तेल लगाना चाहिए। इससे स्किन हाइड्रेट रहती है और स्ट्रेच मार्क्स नहीं पड़ते है। इतना ही नहीं दाग धब्बे भी कम होते है।
स्ट्रेच मार्क्स (stretch marks) न पड़े इसके लिए भरपूर पानी पीएं। इससे स्किन अंदर से हाइड्रेट रहती है और इसमें ड्राईनेस नहीं आती है।जिससे स्ट्रेच मार्क्स की आशंका कम रहती है। पानी की कमी पूरी करने के लिए आप नारियल पानी और पानी वाले फल तरबूज,खरबूजा आदि का सेवन कर सकती है।
प्रेगनेंसी के दौरान जब बेबी ग्रो करता है तो मां का वेट भी बढ़ने लगता है। इससे उनकी स्किन में खिंचाव आता है और इचिंग यानी खुजली की समस्या होने लगती है। इस दौरान गलती से भी नाखून से खुजली नहीं करनी चाहिए। इससे स्ट्रेच मार्क्स ज्यादा गहरे भी हो सकते हैं।
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इसके लिए किसी सॉफ्ट कपड़े की मदद ले सकती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान कुछ महिलाएं अपनी स्किन पर ऑयल नहीं लगाना चाहती हैं। वे डॉक्टर की सलाह पर विटामिन ई , हाइलूरोनिक एसिड और कोलेजन वाली क्रीम या लोशन का यूज कर सकती हैं। इससे उनकी स्किन में नमी रहेगी और स्ट्रेच मार्क्स की परेशानी भी कम हो सकती है।